Bihar Elections 2025: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कथित 'वोट चोरी' से जुड़े अपने खुलासे का हवाला देते हुए सोमवार (1 सितंबर) को कहा कि 'एटम बम' के बाद अब 'हाइड्रोजन बम' आने वाला है। उन्होंने 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन के मौके पर यह दावा भी किया कि वोट चोरी का "हाइड्रोजन बम" आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि "वोट चोरी" का मतलब अधिकार, आरक्षण, रोज़गार, शिक्षा और युवाओं के भविष्य की चोरी है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि वोट चोरी के बाद लोगों के राशन कार्ड और जमीन छीन ली जाएगी। उन्होंने कहा, "हम इन्हें संविधान की हत्या नहीं करने देंगे।" कांग्रेस नेता ने यह दावा फिर किया कि पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव चोरी किया गया था। उन्होंने कहा, "BJP के लोगों, तैयार हो जाओ, हाइड्रोजन बम आ रहा है। आपकी वोट की चोरी पूरे देश को पता लगने जा रही है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा पर उन्होंने आगे कहा, "चीन और अमेरिका में भी लोग बोल रहे हैं, वोट चोर गद्दी छोड़।" लोकसभा नेता प्रतिपक्ष गांधी ने कहा, "'वोट चोर गद्दी छोड़', ये नारा सब जगह चल रहा है। चीन तक पहुंच चुका है।"
इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, RJD नेता तेजस्वी यादव और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के कई अन्य नेताओं ने गांधी मैदान से डाक बंगला चौराहे तक एक खुले वाहन में सवार होकर मार्च निकाला।
राहुल गांधी ने यह भी कहा, "महाराष्ट्र में NCP, कांग्रेस और शिवसेना से चुनाव को चोरी किया गया था। तकरीबन 1 करोड़ नए वोटर को लोकसभा चुनाव के बाद मतदाता सूची में जोड़े जाते हैं। हमारे गठबंधन को जितने मत लोकसभा चुनाव में मिले उतने ही विधानसभा में मिले लेकिन सारे के सारे नए मत बीजेपी के खाते में गए... क्यों? क्योंकि चुनाव आयोग और भाजपा ने मिलकर वोट चोरी की।"
इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "ये पूरी यात्रा बहुत ही ऐतिहासिक रही है। पूरा पटना भर चुका है... आम आवाम जाग चुकी है जो अब इन बेइमानों को गद्दी से और सत्ता से हटाएगी। जो लोग लोकतंत्र की हत्या करना चाहते हैं। उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।"
'वोटर अधिकार यात्रा' समाप्त
'वोटर अधिकार यात्रा' 25 जिलों में 110 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी। इसमें 1,300 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की गई। समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, DMK नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री तथा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस यात्रा में शामिल हुए।
सासाराम से 17 अगस्त को निकाली गई इस यात्रा को विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के व्यापक चुनाव अभियान के तौर पर देखा जा रहा है। इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
यह यात्रा रोहतास, औरंगाबाद, गयाजी, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर और कुछ अन्य क्षेत्रों से गुजरी।