Bihar Elections 2025: RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर अपने बयान से बिहार के राजनीति में नया हलचल मचा दिया है। गुरुवार (21 अगस्त) रात उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (twitter) पर एक पोस्ट कर दावा किया कि पांच बड़े परिवार उनकी राजनीति और निजी छवि को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं। साथ ही, उन्होंने यह ऐलान किया कि शुक्रवार (22 अगस्त) को इन चेहरों को जनता के सामने लाएंगे और "चरित्र और षड्यंत्र" का पर्दाफाश करेंगे। इस ऐलान के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है। सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
तेज प्रताप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "मेरे राजनैतिक जीवन को पांच परिवार के लोगों ने मिलकर और बृहद रूप से षडयंत्र कर समाप्त करने की कोशिश किया। मैने अपने दस वर्षों से अधिक राजनीतिक जीवन में किसी के प्रति कभी गलत नहीं किया, कभी भी किसी के प्रति कोई षडयंत्र नहीं किया। लेकिन इन पांच परिवार के लोगों के द्वारा मेरे राजनैतिक और पारिवारिक जीवन को पूर्णरूप से समाप्त करने की पूरी कोशिश किया गया। कल मैं इन सभी पांच परिवार के लोगों का चेहरा और चरित्र दोनों जनता के सामने लाऊंगा। मैं कल इनके हरेक षडयंत्र का पर्दाफाश करने जा रहा हूं।"
हालांकि उन्होंने अपने पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया है। लेकिन संकेत दिए कि इन परिवारों का रिश्ता आरजेडी की आंतरिक राजनीति से जुड़ा हो सकता है। इससे पहले भी तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी नेताओं पर 'जयचंद' होने का आरोप लगा चुके हैं। हाल ही में उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी आकाश यादव पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि जिन पर उन्होंने सबसे ज्यादा भरोसा किया। वही, लोग उनकी पीठ में छुरा घोंपते रहे।
दरअसल, कुछ दिन पहले तेज प्रताप यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थी, जिसमें वे अनुष्का यादव नाम की युवती के साथ नजर आए थे। इस तस्वीर को लेकर दावा किया गया कि दोनों का रिश्ता करीब 12 साल पुराना है। फोटो सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों से लेकर सोशल मीडिया तक इस पर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
इसके बाद इस पूरे विवाद ने तूल पकड़ लिया और चर्चाओं के बीच तेज प्रताप यादव को RJD से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। इसके साथ ही, लालू परिवार ने भी उनसे दूरी बना ली। पार्टी और परिवार का कहना था कि तेज प्रताप के आचरण से पार्टी और परिवार की छवि खराब हो रही है।