बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार का अध्याय एक बदलाव के दौर के रूप में याद किया जाता है। जनता के बीच जहां वे 'सुशासन बाबू' के नाम से जाने जाते हैं, तो विपक्षी दल उन्हें 'पलटू राम या पलटू चाचा' भी कहते हैं। ये एक सच है कि जोड़-तोड़ कर सत्ता की कमान अपने हाथ में बनाए रखना नीतीश कुमार से बेहतर तो कोई नहीं जान सकता, लेकिन ये वही नीतीश कुमार हैं, जिन्होंने जोड़-तोड़ की राजनीति से ही नाराज होकर मुख्यमंत्री के अपने पहले ही कार्यकाल में महज सात दिनों में इस्तीफा दे दिया था।
