नया वक्फ कानून आने के बाद बिहार में अल्पसंख्यक मतों को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच रस्साकशी और बढ़ने जा रही है। राज्य में बीते 35 सालों से अल्पसंख्यक वोटों का झुकाव लालू यादव और उनसे जुड़े गठबंधन की तरफ रहा है। 1990 से लालू यादव ने यादव और मुस्लिम वोटों का ऐसा गठजोड़ तैयार किया था जिसकी बदौलत वह करीब 15 वर्ष तक सत्ता में रहे। बीजेपी के साथ रहने के बावजूद कुछ अल्पसंख्यक वोट नीतीश कुमार की तरफ भी जाता रहा है। लेकिन इस बार कहानी थोड़ी अलग है।