बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नामांकन की हलचल के बीच मंगलवार (14 अक्टूबर) को मोकामा सीट से JDU प्रत्याशी अनंत सिंह का रोड शो कुछ देर के लिए चर्चा का विषय बन गया। दरअसल, जब वे समर्थकों के साथ जुलूस निकालते हुए नामांकन के लिए बाढ़ की ओर बढ़ रहे थे, तभी बाढ़ रेलवे गुमटी पर रेलवे फाटक बंद होने से उनका काफिला रोकना पड़ा।
अनंत सिंह अपनी खुली जीप में सवार थे, फाटक बंद होने के कारण अचानक रुक गए। उनके पीछे समर्थकों की लंबी कतार को भी रोकना पड़ा। धूप तेज होने और नामांकन की घड़ी नजदीक आते देख उनके चेहरे पर परेशानी भी झलकी, ऐसे में कार्यकर्ताओं में बेचैनी बढ़ने लगी। जब फाटक काफी देर तक नहीं खुला, तो कुछ समर्थक रेलवे ट्रैक की ओर बढ़ गए। यहां तक कि ट्रेन के इंजन के पास पहुंच जल्दी गाड़ी निकलवाने की कोशिश करने लगे, ताकि रोड शो आगे बढ़ सके।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि फाटक बंद होने के दौरान अनंत सिंह जीप में खड़े होकर स्थिति का जायजा लेते रहे। उनके समर्थक लगातार छोटे सरकार जिंदाबाद के नारे भी लगाए। कुछ देर तक माहौल थोड़ा तनावपूर्ण जरूर हुआ, लेकिन अनंत सिंह ने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की।
करीब दस मिनट बाद ट्रेन पार हुई और जैसे ही फाटक खुला, समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। सबने राहत की सांस ली और रोड शो फिर जोश के साथ आगे बढ़ा।
यह घटना बाढ़ रेलवे स्टेशन के पास की बताई जा रही है। अनंत सिंह का रोड शो मोकामा से शुरू होकर विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए नामांकन स्थल तक पहुंचने वाला था। लेकिन रेलवे फाटक बंद होने से पूरे कार्यक्रम में थोड़ी देरी हो गई। अनंत सिंह का यह रोड शो बड़ी संख्या में समर्थकों की मौजूदगी में आयोजित किया गया था।
बता दें कि अनंत सिंह इस बार मोकामा विधानसभा सीट से JDU के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। मंगलवार को वे नामांकन दाखिल करने निकले थे और बताया जा रहा है कि वे JDU के टिकट पर नामांकन करने वाले पहले उम्मीदवार हैं।
अनंत सिंह पहले RJD के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं और मोकामा क्षेत्र में उनकी "छोटे सरकार" के नाम से जबरदस्त पहचान है। उनके चुनाव मैदान में उतरने से इस सीट पर मुकाबला रोमांचक हो गया है।
राज्य में नामांकन प्रक्रिया अब तेजी पकड़ चुकी है। सभी दलों के नेता एक-एक करके चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अब तक कई बड़े चेहरों ने अपने-अपने नामांकन दाखिल कर दिए हैं। वहीं, NDA की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी की जा चुकी है। BJP-JDU गठबंधन ने 71 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है और आने वाले दिनों में बाकी उम्मीदवारों का नामांकन भी कराया जाएगा।
दूसरी ओर, महागठबंधन में अभी भी सीटों के बंटवारे को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। गठबंधन के नेताओं के बीच लगातार बातचीत चल रही है, लेकिन अब तक अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। तेजस्वी यादव की पार्टी राजद चाहती है कि अधिक सीटें उसकी झोली में आएं, वहीं कांग्रेस और वाम दल भी अपने लिए बेहतर हिस्सेदारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
चुनावी प्रक्रिया के तेज होने के साथ ही अब बिहार की सियासत भी पूरी तरह चुनावी मोड़ पर आ चुकी है। एक ओर NDA अपने उम्मीदवारों को लेकर संगठित और तैयार दिख रहा है, जबकि दूसरी ओर महागठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग की खींचतान अभी तक खत्म नहीं हुई है।