बिहार की जाति-आधारित राजनीति में विकास के दो मुद्दे केंद्र में आ गए हैं - रोजगार और मजबूत कानून-व्यवस्था। RJD के तेजस्वी यादव अपने पिता के ढर्रे से हटकर कुछ करना चाहते हैं और इसलिए, उन्हें पता है कि उन्हें युवा और महत्वाकांक्षी बिहारियों के लिए आकर्षक बनना होगा। यह तभी संभव है, जब वे उनकी जरूरतों, यानी रोजगार के बारे में बात करें। यही वजह है कि तेजस्वी लगातार भाषणों में अपनी पार्टी के लिए एक मौका मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि हर परिवार में एक नौकरीपेशा व्यक्ति हो। कई लोग तर्क देते हैं कि यह कहना जितना आसान है, करना उतना आसान नहीं है, लेकिन तेजस्वी खुद को इसी तरह पेश करना चाहते हैं।
