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Bihar News : बिहार में इस फॉर्मूले पर बन रही है नई कैबिनेट, भाजपा-जदयू, लोजपा से कितने मंत्री होंगे

सूत्रों के अनुसार, नई सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। उम्मीद है कि अगले तीन से चार दिनों में शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। हालांकि सही तारीख और समय अभी तय नहीं है। बताया जा रहा है कि गठबंधन एक “शुभ” दिन चुनने पर चर्चा कर रहा है। नई सरकार में सभी दलों को उनकी जीती हुई सीटों के अनुसार हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद है ताकि कैबिनेट में सभी का संतुलित प्रतिनिधित्व हो सके

Edited By: Rajat Kumarअपडेटेड Nov 16, 2025 पर 4:41 PM
Bihar News : बिहार में इस फॉर्मूले पर बन रही है नई कैबिनेट, भाजपा-जदयू, लोजपा से कितने मंत्री होंगे
बिहार में एनडीए की बड़ी जीत के बाद नई सरकार बनाने की कवायद भी तेज हो गई है।

बिहार में एनडीए की बड़ी जीत के बाद नई सरकार बनाने की कवायद भी तेज हो गई है। नई सरकार की गठन के साथ ही साथ अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि गठबंधन अपनी कैबिनेट को किस तरह तैयार करेगा। राजनीतिक हलकों में यही सवाल सबसे ज़्यादा चर्चा में है।सूत्रों का कहना है कि भाजपा और जदयू टिकट बांटने में जिस फॉर्मूले पर सहमत हुए थे, वही तरीका अब सरकार में पदों के बंटवारे में भी अपनाया जा सकता है।

इस फॉर्मूले के तहत माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी एक बार फिर नीतीश कुमार की जदयू को मिलेगी। वहीं भाजपा और चिराग पासवान की लोजपा को एक-एक उपमुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि चुनाव के समय हर एनडीए घटक दल को उनके हर सांसद पर पांच से छह विधानसभा सीटें दी गई थीं। इसी आधार पर अनुमान है कि कैबिनेट में भी सीटों की संख्या उसी हिसाब से तय की जाएगी। उदाहरण के तौर पर, जदयू के पास इस समय 84 विधायक हैं, इसलिए उसे लगभग 14 मंत्री पद मिल सकते हैं।

बिहार में एनडीए की जबरदस्त जीत

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने विपक्षी महागठबंधन को करारी हार दी है। नतीजों में राजग की लहर इतनी तेज रही कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई। गठबंधन के अंदर सीटों का बंटवारा इस तरह रहा - भाजपा को 89 सीटें, जदयू को 85, लोजपा (रामविलास) को 19, हम को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटें मिलीं।

शपथ ग्रहण कब होगा?

सूत्रों के अनुसार, नई सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। उम्मीद है कि अगले तीन से चार दिनों में शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। हालांकि सही तारीख और समय अभी तय नहीं है। बताया जा रहा है कि गठबंधन एक “शुभ” दिन चुनने पर चर्चा कर रहा है। नई सरकार में सभी दलों को उनकी जीती हुई सीटों के अनुसार हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद है ताकि कैबिनेट में सभी का संतुलित प्रतिनिधित्व हो सके।

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