महागठबंधन की सरकार बिहार में नहीं बनने जा रही, इसका अंदाजा तो 11 नवंबर को एग्जिट पोल के नतीजों से मिल गया था। लेकिन, राजद का इतना बुरा हश्र होगा यह शायद किसी ने नहीं सोचा था। राजद को जितनी सीटें मिलती दिख रही है, उसके आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस मामले में एग्जिट पोल के नतीजे भी फेल रहे। शायद ही किसी एग्जिट पोल में महागठबंधन खासकर राजद को इतनी कम सीटें मिलने की बात कही गई थी। सवाल है कि आखिर तेजस्वी का मुख्यमंत्री बनने का सपना क्यों चकनाचूर हो गया? तेजस्वी से कहां हुई असली भूल?
