Najafgarh Renamed Nahargarh: दिल्ली विधानसभा में गुरुवार (27 फरवरी) को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों ने नजफगढ़ का नाम बदलने की मांग की। साथ ही, सदन के बाहर बीजेपी नेताओं ने विपक्षी आम आदमी पार्टी (AAP) पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाया। बीजेपी विधायक नीलम पहलवान ने विधानसभा में नजफगढ़ का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इसे नाहरगढ़ का नया नाम देने की मांग की है। उन्होंने सदन में कहा कि नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ किया जाना चाहिए। नीलम यहीं से विधायक हैं।
नीलम पहलवान का यह बयान उस समय आया जब दिल्ली विधानसभा में सत्र चल रहा था। विधायक ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ रखने से न केवल क्षेत्र की पहचान मजबूत होगी, बल्कि यह स्थान एक नई दिशा में तरक्की करेगा।
उन्होंने सदन में कहा, "औरंगजेब ने इसका नाम नाहरगढ़ से बदलकर नजफगढ़ रखा था। 1857 की लड़ाई में राजा नाहर सिंह ने लड़ाई लड़के नजफगढ़ क्षेत्र को दिल्ली प्रांत में शामिल करवाया था, लेकिन कई कागजी कार्रवाई होने के बावजूद भी आज तक नाम नहीं बदला गया। नजफगढ़ का नाम बदलने की हमने कई बार अपील की। हमारे सांसद जब प्रवेश वर्मा थे, तब भी हमने कई बार इनके माध्यम से कोशिश की कि नजफगढ़ का नाम नाहरगढ़ रखा जाए।"
नीलम पहलवान ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "नजफगढ़ का प्राचीन इतिहास रहा है। बादशाह आलम शाह ने नजफगढ़ की जनता पर बहुत सारे अत्याचार किए थे। उन्होंने हिंदुओं का कत्लेआम किया और हमारी विरासत तथा धरोहर को चकनाचूर कर दिया था। आज नजफगढ़ की जनता ने मुझे इस मुकाम पर पहुंचाया है कि मैं जनता की आवाज को सदन में रख सकूं।"
उन्होंने आम आदमी पार्टी को "फटा ढोल" करार हुए कहा कि उसे सिर्फ बजने से मतलब है, कोई काम नहीं है। वे क्या बोलते हैं, मुझे इससे कोई मतलब नहीं है। मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि नजफगढ़ की जनता की उम्मीदों पर खरी उतरूं।
मोहम्मदपुर को माधवपुर करने की मांग
नीलम पहलवान के बाद दक्षिणी दिल्ली के आरके पुरम से बीजेपी विधायक अनिल शर्मा ने भी अपनी विधानसभा के अन्तर्गत आने वाले गांव मोहम्मदपुर का नाम बदलने की मांग की। उन्होंने कहा कि महोमदपुर का नाम माधवपुरम रखा जां। इससे पहले दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में मुस्तफाबाद विधानसभा से जीतकर आए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मोहन सिंह बिष्ट ने इलाके का नाम बदलने की मांग की थी। उन्होंने इसकी जगह 'शिवपुरी' या 'शिव विहार' नाम सुझाया था।
मोहन सिंह बिष्ट ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "एक तरफ 58 फीसदी लोग हैं, दूसरी तरफ 42 फीसदी। विधानसभा का नाम 42 फीसदी वाले लोगों की पसंद का कैसे हो सकता है? यह 58 फीसदी लोगों के साथ अन्याय है। यह उन बहुसंख्यक लोगों के साथ अन्याय है। मैं इस विधानसभा का नाम बहुसंख्यकों के नाम पर करवाऊंगा। विधानसभा के गठन के बाद जैसे ही पहला सत्र चालू होगा, वैसे ही मैं यह प्रस्ताव लाऊंगा कि मुस्तफाबाद विधानसभा का नाम बदलकर शिवपुरी या शिव विहार विधानसभा रखा जाएगा।"