बुधवार की सुबह INDIA विपक्षी खेमे में दरार और भी बढ़ गई, जब समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को अपना समर्थन दिया और कांग्रेस की आलोचना की। AAP और कांग्रेस इस चुनाव में अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे INDIA गठबंधन के अस्तित्व को लेकर अटकलों को बल मिला है। इस गुट ने पिछले साल लोकसभा चुनाव में मजबूत प्रदर्शन किया था, लेकिन उसके बाद से वह कई राज्यों के चुनावों में हार और जबरदस्त अंदरूनी कलह के कारण पिछड़ गया है।
AAP और कांग्रेस की बीच की लड़ाई इस हद तक पहुंच गई कि केजरीवाल ने देश की सबसे पुरानी पार्टी को गठबंधन से बाहर कराने तक की धमकी दे डाली थी।
अखिलेश यादव ने याद दिलाया वादा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने दुख जताते हुए कहा, "सपा...कांग्रेस...AAP। हम सभी दिल्ली में जीतना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि यह गठबंधन जारी रहे...AAP दिल्ली में मजबूत स्थिति में है, लेकिन दिल्ली में यह AAP बनाम कांग्रेस हो गया है। मेरा सुझाव है कि INDIA ब्लॉक को AAP का समर्थन करना चाहिए।"
यादव ने यह भी बताया कि इंडिया ब्लॉक के सदस्यों ने कहा है कि वे स्थानीय या क्षेत्रीय दलों का समर्थन करेंगे, जहां भी BJP को हराने की बेहतर संभावना होगी।
अखिलेश ने कहा, "जब गठबंधन बना था, तो कहा गया था कि 'जहां भी स्थानीय पार्टी मजबूत होगी, INDIA उसे मजबूत करेगा। दिल्ली में AAP मजबूत है... इसीलिए समाजवादी पार्टी ने समर्थन दिया है।" उन्होंने आगे कहा, "हमारा लक्ष्य है कि भाजपा को हराया जाए।"
TMC ने DMK और JMM का दिया उदाहरण
बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने भी यही बात कही और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) का जिक्र किया, जो कि INDIA ब्लॉक का एक सदस्य है।
बनर्जी ने कहा, "जब इंडिया ब्लॉक का गठन हुआ, तो हमने फैसला किया कि जहां भी क्षेत्रीय दल मजबूत हैं, हम उन्हें भाजपा से मुकाबला करने देंगे। उदाहरण के लिए, तमिलनाडु में DMK और झारखंड में JMM (झारखंड मुक्ति मोर्चा)। तो, आपको क्या लगता है कि दिल्ली में भाजपा को कौन हरा सकता है? वो AAP है।"
DMK और JMM के उदाहरण प्रासंगिक हैं, क्योंकि दोनों ही मामलों में कांग्रेस पीछे रह गई है।