अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में अब दर्शन और आरती की दिनचर्या में बदलाव किया गया है। ठंड का मौसम शुरू होते ही श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ये निर्णय लिया है। नई व्यवस्था के तहत अब भक्तों को सुबह थोड़ा देर से मंदिर के दर्शन का अवसर मिलेगा, ताकि सर्दी के कारण उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो। मंदिर प्रशासन का कहना है कि ये बदलाव पूरी तरह श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है।
ठंड बढ़ने के साथ सुबह की आरतियों और रात के दर्शन के समय में हल्का फेरबदल किया गया है, जिससे न सिर्फ दर्शन की व्यवस्था सुचारु रहे बल्कि भीड़ नियंत्रण भी आसान हो। ये नई समय-सारिणी 23 अक्टूबर से लागू हो गई है, और अब मंदिर का संचालन सर्दियों के मौसम के अनुसार तय दिनचर्या के मुताबिक होगा।
अब सुबह 7 बजे से खुलेंगे मंदिर के पट
पहले जहां मंदिर के दर्शन सुबह 6:30 बजे शुरू होते थे, अब श्रद्धालु सुबह 7 बजे से दर्शन कर सकेंगे। इसका मकसद है कि सर्दी की सुबह में भक्तों को आराम से पहुंचने और ठंड से बचने का पर्याप्त समय मिले।
आरतियों के समय में भी किया गया बदलाव
अब मंगला आरती सुबह 4:30 बजे होगी, जबकि पहले ये 4 बजे होती थी। इसके बाद श्रृंगार आरती सुबह 6:30 बजे संपन्न होगी। आरती के बाद मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। इन बदलावों से आरती व्यवस्था अधिक सुचारु और अनुशासित हो जाएगी।
दोपहर में आधे घंटे का विश्राम
मंदिर दोपहर 12:30 से 1:00 बजे तक बंद रहेगा। इस दौरान भोग और मध्याह्न विश्राम का समय रहेगा। इसके बाद दर्शन की व्यवस्था पुनः शुरू होगी। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे इस समय मंदिर न आएं ताकि अनावश्यक भीड़ न बढ़े।
शाम के दर्शन रात 9:15 बजे तक
पहले जहां रात तक दर्शन का समय थोड़ा अधिक था, अब उसे घटाकर रात 9:15 बजे तक कर दिया गया है। इसके बाद 9:30 बजे शयन आरती होगी और आरती पूरी होते ही मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। देर रात तक ठंड बढ़ने और भीड़ संभालने में कठिनाई के कारण ये फैसला लिया गया है।
ट्रस्ट सदस्य डॉ. अनिल कुमार मिश्र के मुताबीक, ठंड के मौसम में देर रात तक खुले रहने से व्यवस्थाओं में दिक्कत आती है। इसलिए नई समय-सारिणी को इस तरह बनाया गया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा दोनों बनी रहें। इससे भीड़ नियंत्रण और प्रबंधन में भी काफी आसानी होगी।
ट्रस्ट ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे सुबह 7 बजे के बाद ही दर्शन के लिए पहुंचे और दोपहर 12:30 से 1 बजे के बीच मंदिर न आएं, क्योंकि इस दौरान पट बंद रहेंगे। साथ ही, रात की शयन आरती के बाद प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।
अयोध्या में मौसम का तापमान धीरे-धीरे गिरने लगा है। ऐसे में ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि वे गर्म कपड़े पहनकर आएं, ताकि ठंड में भी दर्शन का अनुभव सहज और सुखद बना रहे।
नई दिनचर्या से मिलेगी सुविधा
श्रीरामजन्मभूमि मंदिर की ये नई समय-सारिणी न सिर्फ मौसम के मुताबीक बनाई गई है, बल्कि इसका उद्देश्य दर्शन की प्रक्रिया को अधिक नियमित, सुरक्षित और आरामदायक बनाना भी है। अब भक्त बिना भीड़भाड़ और असुविधा के प्रभु श्रीराम के दर्शन का आनंद ले सकेंगे।