दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट की जांच में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को पता चला है कि इस 'व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल' ने धमाके से पहले ड्रन को हथियार बनाने और रॉकेट तैयार करने की कोशिश की थी। जांच में ये भी सामने आया है कि, ड्रोन में बदलाव करके उन्हें हमले लायक बनाना चाहते थे और 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए धमाके से पहले एक रॉकेट तैयार करने की कोशिश भी कर रहे थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि यह तरीका 7 अक्टूबर 2023 को इज़राइल पर हुए हमास के हमले जैसा होता।
