Credit Cards

Bengaluru Stampede: RCB की जीत का जश्न शुरू होने से पहले ही हो चुकी थी एक मौत, लोगों को बचाना भूल गई कर्नाटक सरकार! रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

Bengaluru stampede: बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास चार जून को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 56 अन्य लोग घायल हो गए थे। इस दौरान हजारों की संख्या में प्रशंसक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल में पहली खिताबी जीत के जश्न में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।

अपडेटेड Jun 12, 2025 पर 8:24 AM
Story continues below Advertisement
Bengaluru stampede: रिपोर्ट के मुताबिक स्टेडियम में जीत का जश्न चलता रहा और बाहर लोग मरते रहे

RCB Victory Parade Stampede: एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 जून को हुई भगदड़ में पहली मौत दोपहर 3:45 बजे हुई थी, जब विधान सौध (विधानसभा) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आधिकारिक आईपीएल जीत का जश्न शुरू होने वाला था। 18 साल बाद आईपीएल खिताब जीतने के आरसीबी के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद आयोजन के समय और मैनेजमेंट को लेकर तीखी आलोचना हुई है।

अस्पताल के रिकॉर्ड और शवों को पोस्टमार्टम के लिए दो शवगृहों में ले जाने का हवाला देते हुए 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्वजनिक विक्ट्री समारोह के दौरान बेंगलुरु के तीन केंद्रीय अस्पतालों में शाम 4:15 से 5:15 बजे के बीच 10 अतिरिक्त मौतें दर्ज की गईं।

शाम 4 बजे से शाम 5 बजे तक विधानसभा में टीम के सम्मान में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और अन्य कैबिनेट मंत्री शामिल हुए। मौतों और चल रहे समारोहों के बीच का अंतर कर्नाटक में विवाद का एक बड़ा मुद्दा बन गया है। विवाद को और बढ़ाते हुए कर्नाटक सरकार ने अदालत को बताया कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने औपचारिक अनुमति लिए बिना 4 जून की अपनी विक्ट्री परेड में "पूरी दुनिया को आमंत्रित किया"।


सरकार ने कहा कि हालांकि इस कार्यक्रम का RCB के 28 लाख सोशल मीडिया फॉलोअर्स के बीच व्यापक प्रचार किया गया था, लेकिन आयोजकों ने 3 जून को शाम 6:30 बजे कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के माध्यम से केवल एक सूचना पत्र दी गई।

अपेक्षित भीड़ के बावजूद, आरसीबी ने उसी रात 11:30 बजे एक सार्वजनिक घोषणा की। इसके बाद 4 जून को सुबह 7:01 बजे एक ट्वीट किया, जिसमें विधानसभा से एम चिन्नास्वामी स्टेडियम तक परेड मार्ग की रूपरेखा बताई गई।

अदालत में इन डिटेल्स का हवाला देते हुए, कर्नाटक सरकार ने तर्क दिया कि इतने बड़े पैमाने पर सभा के लिए कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई थी। राज्य सरकार ने मानक प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए आरसीबी को जिम्मेदार ठहराया।

कर्नाटक सरकार ने कार्यक्रम से झाड़ा पल्ला

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को एक बार फिर कहा कि चार जून को विधान सौध के सामने आरसीबी टीम का सम्मान समारोह राज्य सरकार द्वारा आयोजित नहीं किया गया था। मुख्यमंत्री ने साथ ही स्पष्ट किया कि उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत को इस कार्यक्रम के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि विधान सौध की भव्य सीढ़ियों पर यह कार्यक्रम कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु द्वारा आयोजित किया गया था।

सिद्धारमैया ने कहा, "चार जून को कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और आरसीबी ने खिलाड़ियों के लिए सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया। मुझे उस दिन पूर्वाह्न 11 बजकर 29 मिनट पर निमंत्रण मिला और मैंने उसे स्वीकार कर लिया। मुख्य सचिव ने भी मुझे बुलाया था। राज्यपाल भी कार्यक्रम में आए थे। मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि राज्यपाल स्वेच्छा से कार्यक्रम में आए थे। यह सही नहीं है।"

उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव के. गोविंदराज ने राजभवन फोन करके मुझे बताया कि राज्यपाल भी आ रहे हैं। मैंने राज्यपाल से बात की। उन्हें बताया कि मैं सम्मान समारोह में जा रहा हूं। आप भी आ जाइए। मैंने उन्हें फोन किया।"

सिद्धारमैया ने राज्यपाल के आरसीबी के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, "इसलिए राज्यपाल महोदय भी आरसीबी के सम्मान समारोह में आए, जो बारिश के कारण 20 मिनट में ही समाप्त हो गया और उसके बाद हम दोनों चले गए। ऐसा ही हुआ। अखबारों और टीवी चैनलों ने बताया कि राज्यपाल महोदय को किसी ने आमंत्रित नहीं किया था और वे स्वयं ही आए थे, इसलिए मैं यह स्पष्टीकरण दे रहा हूं।"

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास चार जून को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 56 अन्य लोग घायल हो गए थे। इस दौरान हजारों की संख्या में प्रशंसक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल में पहली खिताबी जीत के जश्न में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।

भगदड़ पीड़ितों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग पर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजन को 25 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं। इस पर मंत्रिमंडल की बैठक में विचार किया जाएगा। भगदड़ के सिलसिले में उनके इस्तीफे की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा विरोध प्रदर्शन की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल राजनीति कर रहा है।

ये भी पढ़ें- Heatwave Alert: आसमान से बरस रही आग...48 के पार पहुंचा पारा, देश के इन इलाकों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट

सिद्धEरमैया ने BJP पर पलटवार करते हुए कहा, वे राजनीति करेंगे। "BJP झूठ बोलती है, लोगों को गुमराह करती है और फिर इस्तीफा मांगती है। कुंभ मेले के दौरान भगदड़ में 40-50 लोग मारे गए थे। क्या तब उन्होंने इस्तीफा मांगा था? उद्घाटन के दिन पुल गिर गया, लोग मारे गए। क्या उन्होंने प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा था? गोधरा कांड में कितने लोग मारे गए थे। उस समय गुजरात में मुख्यमंत्री कौन था? कोविड-19 महामारी के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति के बिना लोगों की मौत हो गई। क्या तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस्तीफा दिया था।"

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।