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Colddrip Syrup: बच्चों का मीठा सिरप कैसे बन गया जहर? मध्यप्रदेश में 15 बच्चों की मौत का कारण कैसे बना ये दवा

Colddrip Syrup : मध्यप्रदेश में 15 बच्चों की मौत के पीछे कोल्ड्रिफ कफ सिरप को जिम्मेदार बताया गया है। इस कफ सिरप मे कई खतरनाक केमिकल पाए गए हैं। फिलहाल इस कफ सिरप को मध्यप्रदेश राजस्थान, पंजाब हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में बैन कर दिया गया है

Rajat Kumarअपडेटेड Oct 07, 2025 पर 5:11 PM
Colddrip Syrup: बच्चों का मीठा सिरप कैसे बन गया जहर? मध्यप्रदेश में 15 बच्चों की मौत का कारण कैसे बना ये दवा
मध्यप्रदेश में 15 बच्चों की मौत के पीछे कोल्ड्रिफ सिरप को जिम्मेदार बताया गया है।

'खुद अपने हाथों से अपने बच्चे को जहर दे रहे थे और हमें कुछ पता ही नहीं था...', ये बातें मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा की रहने वाली अफसाना के हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले अपने चार साल के बेटे उसैद को मौत के मुंह में जाते हुए देखा। उसैद को हल्के बुखार और खांसी के बाद जब स्थानीय डॉक्टर ने ‘कोल्ड्रिफ कफ सिरप’ देने की सलाह दी थी और उसके बाद से ही बच्चे की तबियत बिगड़ गई। इलाज के लिए अफसाना ने अपने गहने तक गिरवी रख दिए पर लाख कोशिशों के बाद भी उसैद को बचाया नहीं जा सका।

ये कहानी केवल अफसाना और उनके बेटे उसैद की नहीं है बल्कि मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में रहने वाले 15 परिवारों की है। इन परिवारों ने एक सिरप के कारण अपने बच्चों की मौत अपने आंखों के सामने देखी है। इन परिवार का कहना है कि कफ सिरप पीने के बाद बच्चों का स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ा और उन्हें बचाया नहीं जा सका। आखिर एक कफ सिरप, मध्यप्रदेश में 15 बच्चों के मौत का कारण कैसे बना...आइए जानने की कोशिश करते हैं इस सवाल का जवाब।

जहर बना कोल्ड्रिफ सिरप 

मध्यप्रदेश में 15 बच्चों की मौत के पीछे कोल्ड्रिफ कफ सिरप को जिम्मेदार बताया गया है। जांच में इस कफ सिरप मे कई खतरनाक केमिकल पाए गए हैं। फिलहाल इस कफ सिरप को मध्यप्रदेश राजस्थान, पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में बैन कर दिया गया है। वहीं बच्चों को ये दवा लिखने वाले डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रेसन फार्मास्युटिकल (कांचीपुरम, तमिलनाडु) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये कंपनी कांचीपुरम, तमिलनाडु में है।

कैसे बनता है ये सिरप

अब सवाल ये उठता है कि कोल्ड्रिफ सिरप में ऐसा क्या था, जिसने बच्चों के लिए जहर का काम किया। इस सवाल का जवाब जानने से पहले ये जान लेते हैं कि आखिर कप सिरप बनता कैसे है। खांसी के सिरप बनाने में आमतौर पर क्लोरफेनिरामाइन और फेनिलफ्राइन दवाइयों का इस्तेमाल होता है। 4 साल से कम उम्र के बच्चों को आमतौर पर यह दवाई दी जाती है। ये दवाइयां पाउडर के फॉर्म में होती हैं इसलिए इनको घोलने के लिए एक सॉल्वेंट की जरूरत होती है। बच्चे कड़वी दवाई नहीं पीते इसलिए मीठा सॉल्वेंट या गाढ़ा करने वाले ग्लिसरीन या प्रोपिलीन ग्लाइकॉल मिलाया जाता है।

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