मुफ्ती इऱफान के बारे में जो जानकारी अभी तक सुरक्षा एजेंसियों को हासिल हुई है, उसके मुताबिक ये उस जाकिर मूसा का काफी करीबी सहयोगी रहा है, जिसने 2013 से लेकर 2019 के बीच कश्मीर घाटी में आतंक मचा रखा था। बीटेक कर रहे मूसा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई बीच में छोड़कर आतंकवाद का रास्ता पकड़ लिया था और घाटी के युवाओं को जेहाद की राह पर खीचने में लगा था।
