मलक्का जलडमरूमध्य में बना मौसम तंत्र तेज हुआ और चक्रवात ‘सेन्यार’ में बदलकर भारत से दूर चला गया। इस बीच, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना एक और लो-प्रेशर एरिया भी मजबूत होकर चक्रवात में बदल गया। यह चक्रवात तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों से 30 नवंबर तक टकरा सकता है। यह जानकारी IMD ने दी।
