'हमें हिंदुत्व सिखाने की हिम्मत मत करना' दशहरा रैली में उद्धव ठाकरे की BJP को चेतावनी
मुंबई के दादर में शिवाजी पार्क में अपनी रैली के दौरान उद्धव ने कहा, "कीचड़ और बारिश के बावजूद आप सभी यहां आए हैं; इससे पता चलता है कि लोगों का समर्थन किसके पास है।" उन्होंने पूछा कि क्या वही भाजपा जो उन पर “मुसलमानों से हाथ मिलाकर” “हिंदुत्व को भूल जाने” का आरोप लगाती है। RSS प्रमुख मोहन भागवत से मुस्लिम नेताओं के साथ उनकी बैठकों पर सवाल उठाएगी
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ BJP को चेतावनी दी कि वह उन्हें और उनकी पार्टी को हिंदुत्व पर उपदेश न दे। किसी का नाम लिए बिना उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी और चुनाव चिन्ह चुराया है, वे कभी भी “असली शिवसेना पार्टी प्रमुख” नहीं हो सकते। मुंबई के दादर में शिवाजी पार्क में अपनी रैली के दौरान उद्धव ने कहा, "कीचड़ और बारिश के बावजूद आप सभी यहां आए हैं; इससे पता चलता है कि लोगों का समर्थन किसके पास है।"
उन्होंने पूछा कि क्या वही भाजपा जो उन पर “मुसलमानों से हाथ मिलाकर” “हिंदुत्व को भूल जाने” का आरोप लगाती है, RSS प्रमुख मोहन भागवत से मुस्लिम नेताओं के साथ उनकी बैठकों पर सवाल उठाएगी।
उन्होंने पूछा, "RSS प्रमुख ने दोनों समुदायों के बीच शांति बनाए रखने के लिए मुस्लिम नेताओं के साथ बैठकें की हैं। अब मैं BJP नेताओं से पूछना चाहता हूं कि इस बारे में उनका क्या कहना है? क्या आप भागवत से भी सवाल करेंगे?”
ठाकरे ने कहा, “अगर भाजपा हमें हिंदुत्व सिखाने की कोशिश कर रही है, तो हिम्मत मत करना। मैं आज भाजपा को चेतावनी दे रहा हूं- हिंदुत्व के मुद्दे पर हमारे खिलाफ बोलने की हिम्मत मत करना।”
इंडिया-पाकिस्तान मैच विवाद पर बयान
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर “देशभक्त–देशद्रोही” वाली टिप्पणी दोहराई। उन्होंने कहा कि क्रिकेट मैच की तुलना सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी कार्रवाई से करना दुर्भाग्यपूर्ण है। ठाकरे ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “पिता पाकिस्तान के खिलाफ बोलते हैं और बेटा टीम से पाकिस्तान से खेलने को कहता है, जिसने हमारे लोग पहलगाम में मारे।”
1 अक्टूबर को उन्होंने कहा था, “जिन्हें देशद्रोही कहा जा सकता है, उन्होंने इंडिया-पाकिस्तान एशिया कप फाइनल का मजा लिया। मैंने तो मैच देखा ही नहीं। मैं देशभक्त हूं, इसलिए मैच नहीं देखा।”
बीएमसी पर भ्रष्टाचार के आरोप
मुंबई में दशहरा रैली के दौरान उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) को लूट रहे हैं।
ठाकरे ने कहा कि कभी BMC के पास फिक्स्ड डिपॉजिट में सरप्लस पैसा था, लेकिन पिछले दो सालों में उसका बुरा हाल कर दिया गया है।
मुंबई की सड़कों की हालत को उन्होंने सबसे खराब बताया और कहा कि मौजूदा सरकार सिर्फ उन्हीं प्रोजेक्ट का श्रेय ले रही है, जिन्हें उनकी सरकार ने शुरू किया था, जैसे कोस्टल रोड और बीडीडी चॉल पुनर्विकास।
उन्होंने साफ किया कि बीएमसी चुनाव उनकी पार्टी “मुंबई बचाने” की लड़ाई के रूप में लड़ेगी।
महाराष्ट्र के किसानों का मुद्दा
ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस और केंद्र सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “जब फडणवीस विपक्ष में थे तो गीले सूखे की घोषणा की मांग करते थे। लेकिन अब जब खुद सत्ता में हैं, तो कहते हैं कि सरकार की किताब में ऐसा कोई शब्द नहीं है।”
ठाकरे ने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने किसानों की कर्जमाफी की थी, जो बीजेपी सरकार सोच भी नहीं सकी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनावी राजनीति का आरोप लगाया। कहा कि बिहार में चुनाव हैं, तो वहां महिलाओं को 10,000 रुपए की सहायता दी गई, लेकिन महाराष्ट्र के किसानों को मदद देने के लिए पीएम प्रस्ताव मांगते हैं।
ठाकरे ने सवाल उठाया, “महाराष्ट्र से इतनी नाराजगी क्यों? हमारे किसानों की मदद के लिए दिल्ली में एक डिप्टी सीएम क्यों नहीं बैठ सकते, ताकि तुरंत राहत मिल सके?”