
GST में आगे भी कटौती हो सकती है। PM मोदी ने आज ये संकेत दिए हैं। ग्रेटर नोएडा में इंटरनेशनल ट्रेड शो का उद्घाटन करते हुए PM मोदी ने कहा आर्थिक मजबूती बढ़ने के साथ लोगों पर आगे भी टैक्स का बोझ घटेगा। साथ ही PM ने आत्मनिर्भर भारत बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा दूसरों पर निर्भरता का ग्रोथ पर असर पड़ता है। भारत को अब दूसरों पर निर्भरता मंजूर नहीं है। इस उद्घाटन समारोह में बोलते हुए PM ने संकेत दिया कि GST में और कटौती संभव है। उन्होंने कहा कि देश आज GST बचत उत्सव मना रहा है। हम यहीं पर रुकने वाले नहीं हैं। आर्थिक मजबूती बढ़ने के साथ टैक्स का बोझ कम होता जाएगा। GST सुधारों का सिलसिला आगे भी चलता रहेगा।
ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश के इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि GST में हाल के किए गए ढ़ांचागत सुधार भारत की विकास गाथा को नई उड़ान देंगे और लोगों के लिए अधिक बचत करने रास्ता खोलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2017 में GST लागू करके अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में सुधार किए, जो अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसके बाद इस वर्ष सितंबर में इसमें और सुधार किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम यहीं नहीं रुकेंगे... जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, कर का बोझ कम होता जाएगा... देशवासियों के आशीर्वाद से जीएसटी में सुधार जारी रहेगा।’’
उन्होंने सरकार द्वारा उठाए गए 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले व्यक्तियों पर कोई आयकर नहीं लगाने और जीएसटी 2.0 जैसे कदमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन पहलों के परिणामस्वरूप लोगों के हाथों में अधिक बचत होगी।
गौरतलब है कि आठ साल पहले शुरू हुई जीएसटी व्यवस्था में हाल में सबसे बड़ा बदलाव किया गया था। जीएसटी काउंसिल ने करीब 400 आइटम पर जीएसटी दरों में कटौती का फैसला किया था जो 22 सितंबर को नवरात्रि के पहले दिन लागू हुए। नए सुधार के तहत, सरकार ने जीएसटी दर प्रणाली में बदलाव किया है और इसे पिछली मल्टी-स्लैब सिस्टम सरल बनाने के लिए इसे 5 फीसदी और 18 फीसदी के दो स्लैब में घटा दिया है।
खाने-पीने की चीजें, दवाइयां, साबुन, हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस जैसी रोजमर्रा के जरूरत कई अन्य वस्तुएं अब या तो कर-मुक्त होंगी या 5 फीसदी के सबसे निचले कर स्लैब में आएंगी। आयकर दर में नवीनतम कटौती और जीएसटी 2.0 को मिलाकर, भारतीयों को इस वर्ष लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होने की उम्मीद है।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।