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INR at 90/USD : डॉलर के मुकाबले औंधे मुंह गिरा रुपया, लेकिन RBI बड़ी दखल न देने की नीति पर कायम, जानिए क्या है वजह

Rupee at record low : 3 दिसंबर को रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर खुला और लगातार इक्विटी आउटफ्लो और भारत-US ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता के कारण US डॉलर के मुकाबले 90 का आंकड़ा पार कर गया

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Dec 03, 2025 पर 5:21 PM
INR at 90/USD : डॉलर के मुकाबले औंधे मुंह गिरा रुपया, लेकिन RBI बड़ी दखल न देने की नीति पर कायम, जानिए क्या है वजह
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से पता चलता है कि 31 दिसंबर, 2024 और 3 दिसंबर, 2025 के बीच भारतीय रुपये में 5.08 फीसदी की गिरावट आई है। यह इंडोनेशियाई रुपिया के बाद एशियाई करेंसी में सबसे खराब परफॉर्म करने वाली करेंसी बन गई है

US Dollar Vs Rupee : करेंसी एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) आज (3 दिसंबर) को अपनी मीटिंग शुरू कर चुकी है। ऐसे में US डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में तेज़ गिरावट चिंता का विषय बनी रह सकती है। एक्सपर्ट्स को इस बात का भी डर है कि सेंट्रल बैंक सीमित दखल के साथ करेंसी को गिरने दे सकता है।

3 दिसंबर को रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर खुला और लगातार इक्विटी आउटफ्लो और भारत-US ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता के कारण US डॉलर के मुकाबले 90 का आंकड़ा पार कर गया।

रुपए में गिरावट पर मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन का बयान

रुपए में गिरावट को लेकर मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन का बयान आया है। उन्होंने कहा कि सरकार रुपए में गिरावट को लेकर चिंतित नहीं है। उन्होंने कहा कि रुपए में गिरावट से महंगाई या निर्यात पर असर नहीं पड़ा है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल रुपए की चाल में सुधार होगा। नागेश्वरन ने कहा कि इस साल ग्रॉस FDI 100 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा।

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