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Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन को लेकर ISRO को मिली एक और बड़ी कामयाबी, इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट की हुई सफल टेस्टिंग

ISRO का महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन भारत को अंतरिक्ष में मानव भेजने वाला चौथा देश बनाने की ओर एक बड़ा कदम है। इस मिशन का लक्ष्य तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को 400 किलोमीटर की निचली पृथ्वी कक्षा में भेजना है और उन्हें तीन दिनों के बाद सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Aug 24, 2025 पर 6:26 PM
Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन को लेकर ISRO को मिली एक और बड़ी कामयाबी, इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट की हुई सफल टेस्टिंग
इस टेस्टिंग का उद्देश्य पैराशूट-आधारित डीसेलरेशन प्रणाली का पूरी तरह से परीक्षण करना था

Gaganyaan Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने गगनयान मिशन की तैयारी के तहत एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। ISRO ने अपना पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट (IADT-01) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस परीक्षण का उद्देश्य पैराशूट-आधारित डीसेलरेशन प्रणाली का पूरी तरह से टेस्टिंग करना था, जो गगनयान मिशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

इसरो ने बताया कि यह परीक्षण कई भारतीय रक्षा और अनुसंधान संगठनों के सहयोग से किया गया था। इसमें भारतीय वायु सेना, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह परीक्षण गगनयान मिशन के लिए पैराशूट-आधारित सिस्टम की कार्यक्षमता को प्रमाणित करने के लिए एक अंतिम चरण का प्रयास था।

क्या है गगनयान मिशन पर अपडेट?

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने हाल ही में लोकसभा में बताया कि भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान के लिए कई महत्वपूर्ण काम पूरे हो चुके हैं।

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