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खुद को 'XXX' बताकर जस्टिस यशवंत वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, आज होगी सुनवाई

Justice Varma: जस्टिस वर्मा ने अपनी याचिका में आरोप लगाया हैं कि जांच समिति ने सबूत का बोझ उल्टा उनके माथे पर मढ़ दिया है जिससे उन्हें अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को गलत साबित करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने दावा किया कि जांच की प्रक्रिया पक्षपातपूर्ण थी

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Jul 28, 2025 पर 10:16 AM
खुद को 'XXX' बताकर जस्टिस यशवंत वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, आज होगी सुनवाई
जस्टिस वर्मा ने याचिका में अपनी पहचान छिपाने के लिए 'XXX' जैसे अनाम शीर्षक का इस्तेमाल किया है। ऐसा नाम लिखने की प्रक्रिया आमतौर पर यौन उत्पीड़न पीड़ितों या नाबालिगों से जुड़े मामलों में अपनाई जाती है

Cash Recovery Row: दिल्ली स्थित अपने आधिकारिक आवास से नकदी बरामद होने के बाद संसद में महाभियोग प्रस्ताव का सामना कर रहे जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपनी पहचान बताए बिना सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। इस याचिका का शीर्षक 'XXX बनाम भारत संघ' है और इसमें एक आंतरिक जांच पैनल के निष्कर्षों और तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश द्वारा उन्हें हटाने की सिफारिश को चुनौती दी गई है। जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की सुप्रीम कोर्ट की पीठ आज इस मामले की सुनवाई करेगी।

यह सिविल रिट याचिका 17 जुलाई को दायर की गई थी और प्रक्रियात्मक सुधारों के बाद 24 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा रजिस्टर्ड की गई थी। इसे साल की 699वीं याचिका के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। केंद्र को पहले प्रतिवादी के रूप में, जबकि सुप्रीम कोर्ट को दूसरे प्रतिवादी के रूप में नामित किया गया है।

पहचान छिपा कर दर्ज किया मामला

जस्टिस वर्मा ने याचिका में अपनी पहचान छिपाने के लिए 'XXX' जैसे अनाम शीर्षक का इस्तेमाल किया है। वैसे ऐसा नाम लिखने की प्रक्रिया आमतौर पर यौन उत्पीड़न पीड़ितों या नाबालिगों से जुड़े मामलों में अपनाई जाती है, जहां सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे याचिकाकर्ताओं की पहचान को गोपनीय रखने का निर्देश दिया है। हालांकि जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने केस में खुद का नाम न लिखने के बजाय 'XXX' लिखा है जिस पर सवाल उठ रहे है।

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