मुंबई की गणेश चतुर्थी का नाम आते ही सबसे पहले लालबागचा राजा की भव्य झलक सामने आ जाती है। ये पंडाल सिर्फ मुंबई ही नहीं, पूरे देश के भक्तों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। लोग मानते हैं कि यहां दर्शन किए बिना गणेशोत्सव अधूरा रहता है। हर साल लाखों श्रद्धालु बप्पा के दर्शन के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं, फिर चाहे इंतजार कुछ घंटों का हो या पूरे दिन का। इस बार भी उत्साह चरम पर है क्योंकि गणेशोत्सव की शुरुआत 27 अगस्त 2025 से हो रही है और 6 सितंबर 2025 को गणपति विसर्जन के साथ समापन होगा। पंडाल के दर्शन एक दिन पहले ही रोक दिए जाते हैं, लेकिन भक्तों की भीड़ और भक्ति दोनों का जोश कम नहीं होता। मुंबई की सड़कों पर बप्पा के जयकारे गूंजने को तैयार हैं।