Rahul Gandhi: संसद के शीतकालीन सत्र में लंबे गतिरोध के बाद, लोकसभा में आज वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) सहित चुनावी सुधारों पर चर्चा होने वाली है। विपक्ष पिछले की दिनों से इस पर बहस की मांग कर रहा था, जिस पर सरकार और विपक्ष के बीच सहमति बनने के बाद इसे सदन के एजेंडे में शामिल किया गया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा 2 दिसंबर को घोषित कार्यक्रम के अनुसार, आज दोपहर 12 बजे से चुनावी सुधारों पर चर्चा शुरू होगी और यह दो दिनों तक चलेगी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस महत्वपूर्ण चर्चा की शुरुआत करेंगे। मानसून सत्र से ही विपक्षी दल लगातार SIR पर बहस की मांग कर रहे थे, जिसके लिए मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने संसद के अंदर और बाहर 'Stop SIR – Stop Vote Chori' जैसे नारे लिखे प्लेकार्ड के साथ विरोध प्रदर्शन किए थे। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के अलावा के.सी. वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, वर्षा गायकवाड़, मोहम्मद जावेद, उज्जवल रमन सिंह, ईसा खान, रवि मल्लू, इमरान मसूद, गोवाळ पाडवी और जोति मणि जैसे प्रमुख नेता चर्चा में हिस्सा लेंगे।
सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से वरिष्ठ नेता निशिकांत दुबे, पी.पी. चौधरी, अभिजीत गांगुली और संजय जायसवाल जैसे बड़े नेताओं को विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए मैदान में उतारा जाएगा।
'वोट चोरी' पर रहेगा विपक्ष का फोकस
विपक्ष का मुख्य ध्यान SIR प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं को उजागर करने पर रहेगा, जिसके बारे में उनका दावा है कि इसका राजनीतिक दुरुपयोग किया गया है।राहुल गांधी द्वारा 'वोट चोरी' के आरोपों को उठाने और चुनाव आयोग की जवाबदेही पर सवाल उठाने की उम्मीद है। विपक्ष लंबे समय से दावा करता रहा है कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर विसंगतियां हैं, जिनमें नाम हटाना और डुप्लीकेट एंट्री शामिल हैं।
हाशिए पर पड़े समुदाय हुए है प्रभावित
कांग्रेस का आरोप है कि आधिकारिक तौर पर मतदाता सूची से बोगस एंट्री हटाने के उद्देश्य से शुरू की गई SIR प्रक्रिया का बिहार जैसे राज्यों में असंगत रूप से दुरुपयोग किया गया है, जिसका नकारात्मक प्रभाव उन हाशिए पर पड़े समुदायों पर पड़ा है जो मुख्य रूप से विपक्ष को वोट देते हैं।
इसके साथ विपक्ष बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) पर पुन: सत्यापन प्रक्रिया के दौरान अत्यधिक दबाव का मुद्दा भी उठाएगा। विपक्षी समूहों ने फील्ड स्टाफ पर अत्यधिक तनाव के कारण कथित आत्महत्याओं की रिपोर्टों का हवाला दिया है। हालांकि, भाजपा ने इन दावों को खारिज करते हुए विपक्ष पर राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।