Parliament Winter Session 2025: संसद में 'वंदे मातरम' पर होगी स्पेशल चर्चा, पीएम मोदी भी बहस में ले सकते हैं हिस्सा

Parliament Winter Session 2025: विपक्षी पार्टियों ने 'वंदे मातरम' पर डिबेट करने की टाइमिंग पर सवाल उठाया है। विपक्ष ने सरकार पर चुनावी सुधारों और SIR मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए इसका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। वहीं, सत्ताधारी BJP ने कहा है कि विपक्ष को 'वंदे मातरम' के 150 साल के मील के पत्थर के महत्व को मानना ​​चाहिए

अपडेटेड Dec 01, 2025 पर 6:22 PM
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Winter Session of Parliament 2025: संसद में वंदे मातरम पर चर्चा गुरुवार या शुक्रवार को हो सकती है

Parliament Winter Session 2025: सरकार संसद में इस सप्ताह के आखिरी में 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर स्पेशल चर्चा करने वाली है। इस दौरान चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की उम्मीद है। लोकसभा में गुरुवार (4 नवंबर) या शुक्रवार (5 नवंबर) को 'वंदे मातरम' पर चर्चा होने की उम्मीद हैसरकार ने इसे भारत के नेशनल सॉन्ग की एक खास याद के तौर पर बताया हैइस पर चर्चा के लिए 10 घंटे तय किए गए हैं

गणतंत्र दिवस समारोह से पहले मोदी सरकार ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता शुरू की है। इसमें नागरिक अपनी रचनात्मकता और देशभक्ति की भावना दिखाते हुए राष्ट्रीय गीत को अपने अनूठे अंदाज में पेश कर सकते हैं।

संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार (1 दिसंबर) से शुरू हुआ। यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। सरकार ने इंट्रोडक्शन के लिए 10 बिल लिस्ट किए हैं। जबकि विपक्ष वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) पर पूरी डिबेट के लिए दबाव बना रहा है। लोकसभा बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग के दौरान कांग्रेस ने 'वंदे मातरम' पर बहस कराने का विरोध किया।


विपक्षी पार्टियों ने 'वंदे मातरम' पर डिबेट करने की टाइमिंग पर सवाल उठाया। विपक्ष ने सरकार पर चुनावी सुधारों और SIR मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए इसका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। BJP ने कहा है कि विपक्ष को 'वंदे मातरम' के 150 साल के मील के पत्थर के महत्व को मानना ​​चाहिए और चर्चा का स्वागत करना चाहिए।

इस महीने की शुरुआत में संस्कृति मंत्रालय की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक साल तक चलने वाले समारोहों की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को विपक्ष पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि संसद 'ड्रामा' करने की जगह नहीं है। यह काम करने की जगह है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष संसद को चुनावी हार के बाद हताशा निकालने का मंच बना रहा है।

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले संसद परिसर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सत्र को राजनीतिक ड्रामे का रंगमंच नहीं बनाना चाहिए। बल्कि यह रचनात्मक और परिणामोन्मुखी बहस का मंच होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि विपक्ष चाहे तो वह उसे राजनीति में सकारात्मकता लाने के कुछ सुझाव देने को तैयार हैं।

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वहीं, विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन के घटक दल संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र के दौरान चुनाव सुधारों के विषय पर चर्चा की मांग करते हुए मंगलवार 2 दिसंबर को संसद परिसर में प्रदर्शन कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों के सांसद मंगलवार सुबह संसद भवन के मकर द्वार के पास इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन की तैयारी में हैं। विपक्षी सदस्यों ने SIR के मुद्दे पर सोमवार को लोकसभा में हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई।

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