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पूर्वी प्रचंड प्रहार...पाकिस्तान के बाद अब चीन सीमा पर जुट रहीं भारत की तीनों सेनाएं, जानें क्या है प्लान

ज्‍वाइंट एक्‍सरसाइज ‘त्रिशूल’ के बाद अब सेना अपना ध्यान पूर्वी सीमा की ओर कर रही है। अरुणाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में 11 से 15 नवंबर तक ‘पूर्वी प्रचंड प्रहार’ नाम का एक नया संयुक्त सैन्य अभ्यास होने जा रहा है। इसमें तीनों सेनाएं मिलकर हिस्सा लेंगी और कठिन पहाड़ी परिस्थितियों में क्षमता और तैयारी का प्रदर्शन करेंगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 04, 2025 पर 4:49 PM
पूर्वी प्रचंड प्रहार...पाकिस्तान के बाद अब चीन सीमा पर जुट रहीं भारत की तीनों सेनाएं, जानें क्या है प्लान
तीनों सेना के ज्‍वाइंट एक्‍सरसाइज से पाकिस्‍तान खासकर आर्मी में खलबली मची हुई है।

Tri-Services Exercise Trishul: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा था कि, पड़ोसी मुल्क किसी भी तरह की हिमाकत करता है तो उसे और भी घातक कदम का सामना करना पड़ेगा। वहीं फिलहाल देश की तीनों सेनाएं इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ज्‍वाइंट एक्‍सरसाइज ‘त्रिशूल’ किया। तीनों सेना के ज्‍वाइंट एक्‍सरसाइज से

पाकिस्‍तान खासकर आर्मी में खलबली मची हुई थी।

ज्‍वाइंट एक्‍सरसाइज ‘त्रिशूल’ के बाद अब सेना अपना ध्यान पूर्वी सीमा की ओर कर रही है। अरुणाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी इलाकों में 11 से 15 नवंबर तक ‘पूर्वी प्रचंड प्रहार’ नाम का एक नया संयुक्त सैन्य अभ्यास होने जा रहा है। इसमें तीनों सेनाएं मिलकर हिस्सा लेंगी और कठिन पहाड़ी परिस्थितियों में क्षमता और तैयारी का प्रदर्शन करेंगी। यह अभ्यास दुनिया के सबसे संवेदनशील सैन्य इलाकों में से एक में किया जाएगा, जहां भारत की संयुक्त सैन्य तैयारी की क्षमता परखा जाएगा। यह वही क्षेत्र है जो चीन से लगी विवादित सीमा के पास आता है।

यह पांच दिवसीय संयुक्त सैन्य अभ्यास अरुणाचल प्रदेश के मेचुका क्षेत्र में किया जाएगा, जो LAC के पास एक अग्रिम इलाका है। CNN-News18 से बात करने वाले शीर्ष रक्षा अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भारत की ‘थिएटर कमांड’ अवधारणा को परखना है। इस योजना का मकसद सेना, नौसेना और वायु सेना को एकजुट कर एक समन्वित युद्ध प्रणाली तैयार करना है, ताकि किसी भी स्थिति में तेजी और मजबूती से प्रतिक्रिया दी जा सके।

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