पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपनी फिल्म ‘सरदार जी 3’ को लेकर विवादों में हैं। फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर की कास्टिंग को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस विवाद के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिलजीत का समर्थन करते हुए कहा है कि उन पर की जा रही राजनीति बंद होनी चाहिए। बीजेपी का कहना है कि दिलजीत दोसांझ सिर्फ एक कलाकार नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत के वैश्विक प्रतिनिधि हैं और उन पर सवाल उठाना गलत है।
फिल्म ‘सरदार जी 3’ विदेशों में 27 जून को रिलीज हुई, लेकिन भारत में इसे रिलीज नहीं किया गया। फिल्म के निर्माता गुनबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि उन्होंने भारत में फिल्म की रिलीज रोक दी, क्योंकि वह हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते थे। उन्होंने यह भी बताया कि इस फैसले से फिल्म की कमाई का लगभग 40 प्रतिशत नुकसान होने की आशंका है।
इस फिल्म को लेकर विवाद तब गहराया जब फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लॉइज (FWICE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। FWICE ने यहां तक कहा कि दिलजीत की नागरिकता रद्द कर दी जाए, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तानी अभिनेत्री के साथ फिल्म की है।
इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर. पी. सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दिलजीत के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने लिखा कि दिलजीत दोसांझ न केवल एक सम्मानित कलाकार हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान के दूत भी हैं।
आर. पी. सिंह ने कहा कि FWICE की मांग पूरी तरह अनुचित और अतिशयोक्तिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म पहलगाम हमले से पहले शूट की गई थी, और अगर लोगों को आपत्ति है, तो वे फिल्म का बहिष्कार कर सकते हैं। लेकिन एक कलाकार की देशभक्ति पर सवाल उठाना और उसकी नागरिकता रद्द करने की मांग करना बिलकुल गलत है।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि हाल ही में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच खेला था, तब तो किसी संगठन ने आपत्ति नहीं जताई। टीवी चैनलों पर भी पाकिस्तानी मेहमान बुलाए जाते हैं – क्या अब उन पत्रकारों की भी नागरिकता रद्द होनी चाहिए?
बीजेपी के पंजाब कल्चर सेल संयोजक और पंजाबी अभिनेता हॉबी ढिल्लों ने भी चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिलजीत दोसांझ का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि दिलजीत पंजाब और भारत का गौरव हैं और उन्हें निशाना बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने साफ किया कि यह फिल्म पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत बनी थी और शूटिंग उस समय हुई थी जब भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर कोई रोक नहीं थी। शूटिंग में सिर्फ दिलजीत नहीं बल्कि कई कलाकार शामिल थे।
हॉबी ढिल्लों ने कहा कि आज जब देश आतंकवाद से लड़ रहा है, तब कुछ लोग दिलजीत जैसे कलाकारों को झूठे आरोपों के जरिए बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने FWICE की मांग को राजनीति से प्रेरित और पूरी तरह से बेबुनियाद बताया।
आखिर में उन्होंने कहा कि दिलजीत इस देश की मिट्टी का बेटा है, और पंजाब ही नहीं, पूरा भारत उसके साथ खड़ा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि देशभक्ति हर नागरिक में होती है, लेकिन किसी एक कलाकार को उसका निशाना बनाना पूरी तरह गलत है।