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Karur Rally Stampede: 'देरी से पहुंचे और गाड़ी में बैठे रहे', पुलिस ने करूर भगदड़ के लिए एक्टर विजय को ठहराया जिम्मेदार

Karur Rally Stampede: तमिलनाडु पुलिस की दर्ज एफआईआर के मुताबिक, वेलुसामीपुरम में हुई इस रैली में उमड़ी भारी भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मचने से 41 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस ने विजय पर कोई केस दर्ज नहीं किया है, लेकिन उनकी पार्टी टीवीके के तीन बड़े नेताओं—करूर उत्तर जिला सचिव मथियाझगन, राज्य महासचिव बुस्सी आनंद और उप महासचिव निर्मल कुमार को एफआईआर में नामजद किया गया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 29, 2025 पर 5:14 PM
Karur Rally Stampede: 'देरी से पहुंचे और गाड़ी में बैठे रहे', पुलिस ने करूर भगदड़ के लिए एक्टर विजय को ठहराया जिम्मेदार
Karur Rally Stampede : एक्टर विजय की रैली में हुए हादसे में अबतक 41 लोगों की मौत हो चुकी है।

Vijay Karur rally stampede : तमिलनाडु के करूर में एक्टर और TVK चीफ विजय की रैली में हुए हादसे में अबतक 41 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते शनिवार को हुए हादसे में 10 बच्चों की मौत हो गई थी। वहीं हादसे के बाद तमिलनाडु पुलिस एक्शन में है। तमिलनाडु पुलिस की दर्ज एफआईआर के मुताबिक, 27 सितंबर को करूर में विजय की रैली के दौरान अफरातफरी मच गई। रिपोर्ट में कहा गया कि विजय देर से पहुंचे और काफी देर तक अपने गाड़ी में ही बैठे रहे, जिससे इंतजार कर रही भीड़ में बेचैनी और हलचल बढ़ गई।

FIR में इन नेताओं के नाम

तमिलनाडु पुलिस की दर्ज एफआईआर के मुताबिक, वेलुसामीपुरम में हुई इस रैली में उमड़ी भारी भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मचने से 41 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस ने विजय पर कोई केस दर्ज नहीं किया है, लेकिन उनकी पार्टी टीवीके के तीन बड़े नेताओंकरूर उत्तर जिला सचिव मथियाझगन, राज्य महासचिव बुस्सी आनंद और उप महासचिव निर्मल कुमार को एफआईआर में नामजद किया गया है।

विजय को लेकर केस में दर्ज ये बातें 

इन पर आईपीसी की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 125 (जीवन को खतरे में डालना), 223 (आदेश की अवज्ञा) के तहत मामला दर्ज हुआ है। लिस के मुताबिक, विजय को देखने के लिए लोग आगे की ओर दौड़ पड़े। रिपोर्ट में कहा गया कि विजय देर से पहुंचे और काफी देर तक अपने गाड़ी में ही बैठे रहे, जिससे इंतजार कर रही भीड़ में बेचैनी और हलचल बढ़ गई।

कुछ लोग साफ नज़ारा पाने के लिए स्टील शेड और पेड़ों पर चढ़ गए, लेकिन ढांचा टूटने से कई लोग नीचे गिर पड़े। इससे भगदड़ मच गई, जिसमें लोग कुचले गए और कई का दम घुटने लगा। जगह तंग होने से हालात और बिगड़ गए, जिसके बाद भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। बेहोश हुए लोगों को तुरंत करूर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।

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