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26/11 Mumbai Attacks: मुंबई के 26/11 हमलों पर हुआ बड़ा खुलासा! पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जरदारी के सहयोगी ने किया विस्फोटक दावा

26/11 Mumbai Terrorist Attack: 26 नवंबर को नावों में मुंबई के तट परपाकिस्तानी आतंकी उतरे और भारत के इतिहास के सबसे दर्दनाक आतंकी हमलों में से एक को अंजाम दिया, जो 60 घंटे से अधिक समय तक चला था। उस हमले में 166 लोग मारे गए थे

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Nov 05, 2025 पर 3:34 PM
26/11 Mumbai Attacks: मुंबई के 26/11 हमलों पर हुआ बड़ा खुलासा! पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जरदारी के सहयोगी ने किया विस्फोटक दावा
बाबर का दावा हैं कि, 'जरदारी के इंटरव्यू के चार दिन के भीतर 26 नवंबर 2008 को बंदूकधारियों ने मुंबई में हमले किए, जिसमें 166 लोग मारे गए'

26/11 Mumbai Attacks: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पूर्व प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर की नई किताब लॉन्च हुई है। अपनी नई किताब 'द जरदारी प्रेसीडेंसी: नाऊ इट मस्ट बी टोल्ड' में बाबर ने दक्षिण एशिया के सबसे काले अध्याय, 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों को लेकर एक विस्फोटक दावा किया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, बाबर ने लिखा है कि ये हमले भारत के प्रति जरदारी के शांति प्रस्ताव जिसमें उन्होंने परमाणु हथियारों के 'नो फर्स्ट यूज' की नीति का प्रस्ताव दिया था की सीधी प्रतिक्रिया थे। बाबर का दावा है कि जरदारी के इस कदम ने पाकिस्तान के 'शरारती तत्वों' को उकसा दिया, जिन्होंने शांति भंग करने के लिए हमला किया।

शांति प्रस्ताव के 4 दिन बाद हुआ था 26/11 हमला

फरहतुल्लाह बाबर ने अपनी किताब में बताया कि 2008 में नई दिल्ली में एक मीडिया समिट के दौरान जरदारी ने वरिष्ठ भारतीय पत्रकार करण थापर को एक सैटेलाइट इंटरव्यू में यह सार्वजनिक प्रस्ताव दिया था कि पाकिस्तान भारत की नीति का अनुकरण करते हुए परमाणु हथियारों का पहले उपयोग न करने (No First Use) की नीति अपनाएगा। बाबर का दावा है कि जरदारी का यह प्रस्ताव पाकिस्तान के शक्तिशाली सैन्य प्रतिष्ठान के उन तत्वों को बहुत नागवार गुजरा, जो भारत के साथ शांति नहीं चाहते थे।

बाबर लिखते हैं, 'जरदारी के इंटरव्यू के चार दिन के भीतर 26 नवंबर 2008 को बंदूकधारियों ने मुंबई में हमले किए, जिसमें 166 लोग मारे गए।' उनका तर्क है कि यह हमला पाकिस्तान के सैन्य 'जंगबाजों' की सीधी प्रतिक्रिया थी, जिसने दोनों देशों को युद्ध के करीब ला दिया और शांति की सभी उम्मीदों को खत्म कर दिया।

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