सर्दियों के मौसम में अदरक हर रसोई में अहम भूमिका निभाता है। ये केवल खाने का स्वाद बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि शरीर को गर्म रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है। ठंड के मौसम में कई बीमारियों और संक्रमणों से बचाव के लिए डॉक्टर भी अदरक का नियमित सेवन करने की सलाह देते हैं। लेकिन बाजार से रोजाना अदरक खरीदना महंगा और कभी-कभी असुविधाजनक भी हो सकता है। ऐसे में घर पर गमले में अदरक उगाना एक आसान और फायदेमंद विकल्प बन जाता है।
गमले में अदरक उगाने से आपको ताजी अदरक हमेशा उपलब्ध रहती है, और ये स्वास्थ्य लाभ भी सीधे प्रदान करती है। सही मिट्टी, पानी और धूप के साथ अदरक की देखभाल करना सरल है, जिससे ये जल्दी बढ़ती है और पौष्टिक गुणों से भरपूर रहती है।
सबसे पहले एक उपयुक्त आकार का गमला चुनें और उसमें मिट्टी तथा गोबर की खाद को अच्छी तरह मिलाकर भरें। मिट्टी में पर्याप्त पोषक तत्व होने चाहिए ताकि अदरक का पौधा मजबूती से बढ़ सके। गोबर की खाद न केवल मिट्टी की उर्वरता बढ़ाती है, बल्कि पौधे के विकास में भी मदद करती है।
अदरक के बीज या अंकुरित अदरक की बुवाई
घर में मौजूद अदरक के टुकड़े भी बीज का काम कर सकते हैं। अदरक को 2-3 इंच तक काटें और इसे गमले की मिट्टी में कम से कम 2 इंच गहराई में लगा दें। ध्यान रखें कि अदरक के बीज या अंकुरित टुकड़े पूरी तरह स्वस्थ हों, जिससे पौधे जल्दी अंकुरित हों और मजबूती से बढ़ें।
पौधे की देखभाल और पानी देना
अदरक के गमले को ऐसी जगह रखें, जहां पर्याप्त धूप आती हो। इससे पौधा तेजी से बढ़ता है और जड़ें मजबूत होती हैं। पानी देने में अधिकता से बचें। दिन में एक बार पर्याप्त मात्रा में पानी दें। ये सुनिश्चित करेगा कि मिट्टी नम रहे, लेकिन पानी जमा न हो।
अदरक को कीड़ों और रोगों से बचाने के लिए नींबू पानी का हल्का घोल बना कर छिड़काव करें। साथ ही, हर महीने जैविक खाद डालने से पौधे को पोषण मिलता है और उपज बेहतर होती है। इससे अदरक स्वस्थ और रोग-मुक्त रहता है।
अदरक को उगने में लगभग 20-25 दिन का समय लगता है। इसके बाद ये उपयोग के लिए तैयार हो जाता है। अदरक को सावधानीपूर्वक गमले से निकालें और अपनी जरूरत के अनुसार इस्तेमाल करें। ठंड के मौसम में अदरक का इस्तेमाल हर घर में आम है, खासकर अदरक वाली चाय में इसका स्वाद और लाभ बढ़ जाता है।