बेकिंग सोडा सिर्फ किचन तक सीमित नहीं है बजट और इको-फ्रेंडली गार्डन टिप के रूप में यह आपके पौधों को रोग-मुक्त, रंगीन और अधिक सुंदर बना सकता है। आइये जानें किन पौधों पर इसका जादू सबसे ज्यादा चलता है और इसके सटीक फायदे क्या हैं।
गुलाब
गुलाब के पत्तों पर अकसर फफूंदी या पाउडरी मिल्ड्यू की समस्या रहती है, जिसपर बेकिंग सोडा का घोल छिड़कने से फंगल संक्रमण की संभावना घटती है और फूलों की चमक बनी रहती है।
मटर
मटर के पौधे असानी से मिल्ड्यू का शिकार बनते हैं। बेकिंग सोडा की अनुशंसित मात्रा के हल्के छिड़काव से झाड़ियां स्वस्थ और फलदार रहती हैं।
खीरा
खीरे की लताओं पर सफेद दाग यानी फंगल प्रवाह को रोकने के लिए सोडा वॉटर स्प्रे बेहद असरदार है, जिससे पत्ते और फल दोनों स्वस्थ रहते हैं।
तोरई
तोरई पर बेकिंग सोडा का घोल पत्तियों को फंगल स्पॉट्स से बचाता है और इससे पूरी फसल सुरक्षित और ताजा रहती है।
अंगूर बेल
अंगूर बेल में मिल्ड्यू जल्दी फैलती है। रूटीन बेकिंग सोडा स्प्रे बेलों और फलों को सड़न से बचाता है, जिससे उत्पादन और गुणवत्ता दोनों बढ़ती है।
टमाटर
टमाटर पौधों के पत्तों पर बेकिंग सोडा छिड़ककर पाउडरी मिल्ड्यू से सुरक्षित रखा जा सकता है। फल अच्छी तरह पकते हैं और पत्तियां हरी रहती हैं।
स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी में फंगस और ग्रे मॉड का खतरा अक्सर रहता है, बेकिंग सोडा स्प्रे से छोटे-छोटे फल और फूल दोनों स्वस्थ रहते हैं और स्वाद में भी सुधार दिखता है।
बीन्स
बीन्स के पौधों में भीड भरे आवरण के कारण फंगल रोग आ सकते हैं। हल्का बेकिंग सोडा घोल छिड़कने से फफूंदी से बचाव और पैदावार दोनों बेहतर होते हैं।
हाइड्रेंजिया
बेकिंग सोडा से हल्का सा मिट्टी का pH बढ़ाने पर हाइड्रेंजिया के फूलों के रंग में खास बदलाव (जैसे गुलाबी टोन) पाया जाता है। यह प्रयोग सुरक्षित और सौंदर्यवर्धक है।
Story continues below Advertisement