Baramati Assembly Election: सबसे हाई-प्रोफाइल सीटों में से एक बारामती विधानसभा क्षेत्र (Baramati Assembly constituency) पिछले कई दशकों से पवार परिवार का गढ़ रहा है। हालांकि, महाराष्ट्र में 2024 के विधानसभा चुनाव में एक अभूतपूर्व चुनावी लड़ाई देखी जा रही है, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) अपने भतीजे युगेंद्र पवार (Yugendra Pawar) के खिलाफ खड़े हैं। पिछले सात विधानसभा चुनावों में बारामती सीट से जीत हासिल करने वाले अजीत पवार यहां से लगातार आठवीं बार जीत हासिल करने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने अपने चाचा शरद पवार से पारिवारिक गढ़ की बागडोर अपने हाथ में ले ली है।
अजीत पवार ने राजनीति में मुख्य रूप से अपने चाचा का अनुसरण किया। लेकिन अजीत ने पिछले साल जुलाई में उनसे नाता तोड़ लिया और भारतीय जनता पार्टी ((BJP) और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना (Eknath Shinde-led Shiv Sena) के सत्तारूढ़ महायुति में शामिल हो गए।
अजीत पवार के भाई श्रीनिवास पवार के बेटे युगेंद्र पवार ने दी है चुनौती
अजीत पवार के विद्रोह के कारण एनसीपी में विभाजन हो गया, उन्होंने पार्टी के साथ-साथ इसके प्रतिष्ठित घड़ी निशान पर भी नियंत्रण ले लिया। जबकि शरद पवार ने एनसीपी (SP) के साथ रह गये। एनसीपी (शरद पवार गुट) ने अजीत पवार के भाई श्रीनिवास पवार के बेटे युगेंद्र पवार को मैदान में उतारा है। 2024 के चुनाव में बारामती सीट पर कुल 23 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इसके पहले बारामती संसदीय क्षेत्र में 2024 के लोकसभा चुनाव में अजीत पवार ने शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को मैदान में उतारा था। सुले ने अंततः सुनेत्रा पवार को 1.58 लाख से अधिक वोटों से हराया।
2019 में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान, भाजपा को विधानसभी की 288 में से सबसे ज्यादा 105 सीटें मिलीं थी। जबकि तत्कालीन अविभाजित शिवसेना को 56 सीटें मिलीं थी। कांग्रेस और एनसीपी को 44 और 54 सीटें मिलीं थी।
मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना का गठबंधन टूटने के बाद, महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi (MVA) का गठन हुआ और उद्धव ठाकरे ने कमान संभाली। हालांकि, सरकार लंबे समय तक नहीं चली क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे ने जून 2022 में शिवसेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया। इसके परिणामस्वरूप पार्टी में विभाजन हो गया।
2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने वाला है, जिसके बाद 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। बारामती सहित राज्य की सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा।