Chhattisgarh Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बुधवार को चुनाव आयोग से छठ पूजा त्योहार को देखते हुए 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। सिंह ने कहा है कि त्योहार के कारण बड़ी संख्या में मतदाता मतदान में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। बता दें कि 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। जबकि मतगणना 3 दिसंबर को होगी। छठ का त्योहार इस साल 17 से 20 नवंबर तक मनाया जाना है।
BJP नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है, "छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण (17 नवंबर) के निकट छठ पूजा का पर्व आने से बड़ी संख्या में मतदाता इस निर्वाचन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।" उन्होंने लिखा है, "मैं भारत निर्वाचन आयोग से आग्रह करता हूं कि दूसरे चरण के मतदान को आगे बढ़ाने की कृपा करें, जिससे अधिक से अधिक संख्या में मतदाता इस चुनाव से जुड़कर अपने मताधिकार का उपयोग कर पाएं।"
राज्य के रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, जगदलपुर, कोरबा और अन्य शहरों में रहने वाले बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग बड़ी संख्या में प्रति वर्ष छठ पर्व भव्य तरीके से मनाते हैं। इससे पहले राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी ऐसी ही मांग की थी।
भारतीय जनता पार्टी ने विधायक रमन सिंह को उनकी पारंपरिक सीट राजनांदगांव से चुनाव मैदान में उतारा है। राज्य में पहले चरण में राजनांदगांव के साथ 19 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। दूसरे चरण में अन्य 70 सीटों पर मतदान होगा।
जशपुर से BJP उम्मीदवार को बदलने की मांग
छत्तीसगढ़ में BJP के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के समर्थक जशपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार को बदलने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के विनय कुमार भगत वर्तमान में जशपुर सीट से विधायक हैं। इस सीट पर दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा।
बीजेपी ने जशपुर सीट (अनुसूचित जनजाति उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित) से जशपुर जिला पंचायत की महिला सदस्य रायमुनी भगत को मैदान में उतारा है। उनकी उम्मीदवारी से नाखुश बीजेपी कार्यकर्ता और 5 बार के पूर्व विधायक गणेश राम भगत के समर्थक तीन बसों में सवार होकर रायपुर पहुंचे और पार्टी के राज्य कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए।