Chhattisgarh 2023: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने CNBC-TV18 को दिए एक इंटरव्यू में दावा किया है कि इस बार कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में 90 में से 75 सीटें जीतेगी। बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए 7 और 17 नवंबरको मतदान होगा। जबकि मतगणना 3 दिसंबर को होगी। महादेव सट्टेबाजी ऐप, लोक सेवा आयोग घोटाला, शराब घोटाला और कोयला घोटाला जैसे भ्रष्टाचार के मामलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह सब भारतीय जनता पार्टी (BJP) और केंद्र सरकार द्वारा रचा गया है। बघेल ने कहा कि बीजेपी उनकी छवि खराब करने की बहुत कोशिश कर रही है, लेकिन कर नहीं पा रही है।
केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का लगाया आरोप
सीएम ने कहा कि बीजेपी के लोग हमारे खिलाफ कुछ खोजने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि इन सभी छापों और गिरफ्तारियों के बावजूद ED के पास अभी भी हमारे खिलाफ कोई ठोस मामला या ठोस सबूत क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि अगर वह भष्टाचारी हैं और उन पर लगे आरोप सहीं हैं तो उनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में अपनी एक रैली में विभिन्न भ्रष्टाचार के मामलों के बारे में बात करते हुए बघेल सरकार के खिलाफ एक 'आरोप पत्र' जारी किया था। इस बारे में पूछे जाने पर बघेल ने कहा कि शाह के खिलाफ उनके आरोपपत्र के कारण ही ED ने कुछ ठेकेदारों पर छापे मारे लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, "ED और BJP ने इन कथित घोटालों में शामिल अन्य लोगों के साथ एक सौदा (रिश्वत लेने की बात) किया? उन्हें (बीजेपी को) इन लोगों से कुछ मिला, और इसलिए, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
बघेल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और राज्य की संस्कृति के संरक्षण के क्षेत्र में जो काम किया है उसके आधार पर उनकी सरकार की वापसी होगी। सीएम ने दावा किया किया इन कामों से कांग्रेस राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रख सकेगी। अपनी सबसे महत्वाकांक्षी और चर्चित कल्याणकारी योजना धान उत्पादन बोनस पर बघेल ने कहा कि इसने राज्य में किसानों के जीवन को बदल दिया है।
यह पूछे जाने पर कि यह योजना राज्य के खजाने पर कितना बोझ डाल रही है, उन्होंने कहा, "इन बोनस के रूप में हम किसानों को जो मदद दे रहे हैं, उससे उनकी आय में सुधार हो रहा है। वे कृषि क्षेत्र में अधिक निवेश करके इस पैसे को सिस्टम में वापस डाल रहे हैं।"
सीएम ने कहा कि हमने अधिक राजस्व उत्पन्न करने के लिए अन्य धाराओं पर भी ध्यान केंद्रित किया। इसलिए यह सुनिश्चित किया कि ये बोनस राज्य के खजाने पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डाल रहे हैं। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी मूल्य 2,500 रूपये प्रति क्विंटल है। छत्तीसगढ़ सरकार धान किसानों को केंद्र द्वारा निर्धारित MSP से अधिक बोनस देने पर लगभग 6,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
अंदरूनी कलह कांग्रेस को पड़ सकता है भारी
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अभी भी अपनी पिछली जीत से उत्साहित है, लेकिन उसे अंदरूनी कलह का सामना करना पड़ रहा है। बघेल और कांग्रेस नेता एवं डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बीच तनातनी तो सभी जानते हैं। 2018 में ऐसी खबरें थीं कि बघेल और सिंहदेव दोनों बारी-बारी से ढाई-ढाई साल के लिए सीएम बन सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, सिंहदेव बार-बार आरोप लगाते रहे हैं कि उन्हें ठीक से काम नहीं करने दिया जा रहा है और जनता से किए वादे पूरे करने से रोका जा रहा है।
अन्य विधायकों में भी किसी न किसी मुद्दे को लेकर नाराजगी है। लेकिन सीएम बघेल ने CNBC-TV18 से कहा कि ''सब ठीक है।'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले की तरह एकजुट है और समस्या बीजेपी खेमे में है, जिसे अपना घर व्यवस्थित करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए बहुत कुछ किया है और 600 गांवों को नक्सलियों से मुक्त कराया है। यह पूछे जाने पर कि अगर कांग्रेस जीतती है तो राज्य का अगला सीएम कौन होगा, बघेल ने कहा कि इसका फैसला कांग्रेस आलाकमान करेगा।