Delhi Election 2025: दक्षिणी दिल्ली के महरौली सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के मौजूदा विधायक और प्रत्याशी नरेश यादव ने शुक्रवार (20 दिसंबर) को 2016 के कुरान बेअदबी मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद पार्टी ने चुनाव के लिए अपनी पांचवीं लिस्ट जारी की और महरौली सीट से अपना उम्मीदवार बदल दिया। अब महेंद्र चौधरी अगले साल इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। नरेश यादव को कुरान की बेअदबी के मामले में पिछले महीने दोषी करार दिया गया था। महरौली से मौजूदा विधायक यादव को पंजाब की एक अदालत ने 2016 के कुरान बेअदबी के मामले में दो साल की सजा सुनाई है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने शुक्रवार को पार्टी की पांचवीं लिस्ट जारी की जिसमें चौधरी को महरौली सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। इससे पहले दिन में यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर उन्हें बताया की जब तक अदालत से वहबा-इज्जत बरी नहीं हो जाते तब तक वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।
यादव ने X पर लिखा, "आज अरविंद जी से मिलकर मैंने उनसे कहा कि जब तक कोर्ट मेरा केस क्लियर नहीं कर देता, मैं पार्टी के लिए कुछ नहीं कर पाऊंगा। जब तक मैं बाइज्जत बरी नहीं हो जाता, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं और मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित और झूठे हैं। इसलिए मैंने उनसे अनुरोध किया है कि मुझे चुनाव लड़ने से मुक्त कर दिया जाए। मैं महरौली के लोगों की सेवा करता रहूंगा और एक आम कार्यकर्ता की तरह काम करता रहूंगा। मैं केजरीवाल को फिर से सीएम बनाने की पूरी कोशिश करूंगा। जय हिंद। भारत माता की जय।"
यादव ने कहा कि वह केजरीवाल की ईमानदारी से प्रभावित होकर AAP में शामिल हुए थे और पार्टी से उन्हें बहुत कुछ मिला है। AAP ने अगले साल फरवरी में होने वाले 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी है। इससे पहले 24 जून 2016 को पंजाब के मलेरकोटला में सड़क पर कुरान के पन्ने बिखरे मिले थे। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने हिंसा की और वाहनों को आग के हवाले कर दिया था।
इस मामले में यादव समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। यादव को मार्च 2021 में निचली अदालत ने बेअदबी मामले में बरी कर दिया था। हालांकि, मामले में शिकायतकर्ता ने उनके बरी होने के फैसले को चुनौती दी थी। 2020 में चौधरी ने महरौली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। फिर वह 2022 में AAP में शामिल हो गए।