Delhi Election 2025: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (1 जनवरी 2025) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर दिल्ली में मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाने और पैसे बांटने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस प्रमुख को लिखे पत्र में कई सवाल उठाए हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने भागवत से पूछा कि क्या आरएसएस बीजेपी द्वारा किए गए "गलत कामों" का समर्थन करता है?
उन्होंने पूछा कि क्या आरएसएस वोट खरीदने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा खुलेआम पैसे बांटे जाने और भगवा पार्टी द्वारा बड़े पैमाने पर पूर्वांचली एवं दलित वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाने का समर्थन करता है? 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के चुनाव फरवरी में होने की संभावना है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने AAP और केजरीवाल पर दिल्ली में कथित तौर पर अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या एवं बांग्लादेशियों को दस्तावेज मुहैया कराकर और पैसे बांटकर चुनाव में वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने करने का आरोप लगाया है।
अरविंद केजरीवाल ने RSS प्रमुख मोहन भागवत को चिट्ठी में लिखा,'' मैं आशा करता हूं कि आप स्वस्थ होंगे। मीडिया में खबरें चल रहीं हैं कि आरएसएस दिल्ली चुनावों में बीजेपी के लिए वोट मांगेगी। क्या ये सही है? इसके पहले लोग आपसे जानना चाहते हैं कि पिछले दिनों बीजेपी ने जो गलत हरकतें की हैं, क्या आरएसएस उनका समर्थन करती है? बीजेपी के नेता खुलकर पैसे बांटकर वोट खरीद रहे हैं। क्या आरएसएस वोट खरीदने का समर्थन करती है?"
केजरीवाल ने आगे पूछा, "बड़े स्तर पर गरीब, दलित, पूर्वांचली और झुग्गी में रहने वालों के वोट कटवाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि ये लोग कई कई सालों से यहां रह रहे हैं। उन्होंने आगे मोहन भागवत से पूछा, ''क्या आरएसएस को लगता है कि ऐसा करना भारतीय जनतंत्र के लिए सही है? क्या आपको नहीं लगता कि BJP इस तरह भारतीय जनतंत्र को कमजोर कर रही है?''
यह पहली बार नहीं है जब आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी हो। इससे पहले भी वह कई बार आरएसएस प्रमुख को चिट्ठी लिखकर भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध चुके हैं।
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 2024 में जहां एक तरफ 500 वर्षों के बाद प्रभु श्रीराम मंदिर का उद्घाटन हुआ। 60 वर्ष के बाद देश में लगातार तीसरी बार किसी प्रधानमंत्री को सरकार बनाने का मौका मिला। संविधान के 75 वर्ष पूर्ण हुए। दूसरी तरफ, एक विचित्र संवैधानिक उदाहरण भी 2024 में देश ने देखा। जब जेल से रहकर किसी मुख्यमंत्री ने सरकार को चलाया।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी पर आरोप लगा और उन्हें जेल जाना पड़ा। हालांकि केजरीवाल जी जेल जाने वाले पहले मुख्यमंत्री नहीं हैं। इसके पहले भी हेमंत सोरेन जी, मधुकोड़ा जी, लालू प्रसाद यादव जी, जयललिता जी, करूणानिधि जी... ये सब भी पद पर रहते हुए जेल गए। परंतु लालू प्रसाद यादव जी ने इतनी मर्यादा रखी थी कि उन्होंने पद छोड़ दिया था।
सुधांशु ने कहा कि लेकिन 2024 एक ऐसा विस्मयकारी और विचित्र उदाहरण देश को देखने को मिला कि जिन्होंने (केजरीवाल ने) जेल जाने के बाद भी मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि आपको जानकर ये हैरानी होगी कि इतने विविधतापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप, इतने कम कालखंड में किसी पॉलिटिकल पार्टी पर नहीं लगे होंगे, जिसका उदाहरण आम आदमी पार्टी ने पेश किया है।