Elections 2024: मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के अनुसार, भारत के 3.7 ट्रिलियन डॉलर के शेयर बाजार (Share Market) में उथल-पुथल मचलने वाली है, क्योंकि दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में लगभग छह महीने बाद चुनाव (Elections) होने वाले हैं। वॉल स्ट्रीट बैंक को उम्मीद है कि हाल के इतिहास को ध्यान में रखते हुए वोट के कारण शेयरों में बढ़ोतरी होगी। जबकि निवेशकों की उम्मीदों के बाहर कोई भी परिणाम भारत के इक्विटी बेंचमार्क में 30% तक की गिरावट ला सकता है।
रिधम देसाई समेत रणनीतिकार ने सोमवार को एक नोट में लिखा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन, जिसे I.N.D.I.A. कहा जाता है, उसके भीतर एक 'विश्वसनीय सीट-बंटवारे की व्यवस्था आम चुनावों का ध्रुवीकरण करेगी' और 'मई में परिणाम की भविष्यवाणी को कम कर देगी।'
इस साल भारतीय शेयरों में लगभग 7% की बढ़त हुई है। इसने एशिया और उभरते बाजारों में अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि आय और अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी ने स्थानीय और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है।
स्टॉक-प्राइस स्विंग का पैमाना, India VIX, इस साल अब तक 25% गिरकर अपने ऐतिहासिक निचले स्तर के करीब पहुंच गया है।
मॉर्गन स्टेनली ने कहा, "सरकार में संभावित बदलाव से नीति सुधार और कार्यान्वयन की दिशा में बदलाव हो सकता है, जिससे निवेश भावना खराब हो सकती है।"
फिर भी, ब्रोकरेज का मानना है कि भारत का S&P BSE सेंसेक्स अगले साल अपने बेस केस में 14% बढ़ सकता है। उसका मानना है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी ही बहुमत की सरकार बनाएगी।
साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले साल के आखिर में पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें से छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर हो चुका है।
भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने 9 अक्टूबर को कहा कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में 7 से 30 नवंबर के बीच अलग-अलग दिनों में मतदान होगा और 3 दिसंबर को पांच राज्यों के लिए वोटों की गिनती की जाएगी।
इन विधानसभा चुनावों को 2024 के लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लगभग 16 करोड़ मतदाता इन चुनावों में वोट डालने के पात्र होंगे। जबकि इन चुनावों को प्रलोभन मुक्त बनाने के लिए मजबूत उपाय किए जा रहे हैं।