हरियाणा में विधानसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर 2024 को की जाएगी। इस बीच कई एग्जिट पोल में कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। एग्जिट पोल से कांग्रेस गदगद है। वोटों की गिनती से पहले ही सूबे में सीएम की कुर्सी के लिए पैतरेबाजी शुरू हो गई है। कांग्रेस से कई नेता सीएम की कुर्सी की दावेदारी कर रहे हैं। वहीं राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भरोसा जताया है कि राज्य में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में सीएम का फैसला आलाकमान करेगा।
कई एग्जिट पोल में हरियाणा में बीजेपी के सत्ता से बाहर होने के संकेत मिले हैं। राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं। एग्जिट पोल में कांग्रेस के पक्ष में 50-58 सीटें दिखाई गई हैं। वहीं बीजेपी को 20-28 सीटें मिल सकती हैं। साल 2019 में बीजेपी ने जितनी सीटें जीती थी। उन जीती हुई सीटों में एग्जिट पोल में 40 सीटें कम नजर आ रही हैं।
कुमारी शैलजा हमारी वरिष्ठ नेता है – भूपेंद्र हुड्डा
बताया जा रहा है कि हरियाणा में सीएम की रेस में कुमारी शैलजा सबसे आगे चल रही हैं। इस बीच जब पत्रकारों ने कांग्रेस नेता हुड्डा से पूछा कि कुमारी शैलजा सीएम की रेस में सबसे आगे पर जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि राजनीति ऐसी है कि कोई भी व्यक्ति अपनी आकांक्षाएं रख सकता है। लेकिन इसके लिए भी एक प्रक्रिया है। विधायक अपनी राय देंगे और हाईकमान उस पर फैसला करेगा। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह (मुख्यमंत्री पद) हर किसी का अधिकार है। यह लोकतंत्र है। हाईकमान जो भी फैसला लेगा, हम उसे स्वीकार करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि कुमारी शैलजा हमारी वरिष्ठ नेता हैं। कुमारी शैलजा दलित चेहरा हैं। वो 5 बार सांसद रह चुकी हैं। सीएम के लिए उनके नाम पर विचार किए जाने की संभावना जताई जा रही है।
हरियाणा के लोग कांग्रेस की सत्ता का इंतजार कर रहे हैं – कुमारी शैलजा
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा में वर्तमान सरकार को बदलने और कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने के लिए लोग विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रहे थे। दरअसल हिसार जिले में मतदान करने के बाद कुमारी शैलजा ने कहा कि हमने लोकसभा चुनाव से पहले भी लोगों में यह रुझान देखा है। राज्य के लोग राज्य में कांग्रेस शासन को चुनने के लिए इस दिन का इंतजार कर रहे थे। वहीं कांग्रेस पार्टी के अंदर अंदरुनी कलह को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा पहले खुद को व्यवस्थित करे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता पिछले 10 सालों से आपस में लड़ रहे हैं।