Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अगले महीने होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 92 उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है। राज्य में सत्तारूढ़ दल ने अब तक गुना और विदिशा सीट को छोड़कर, अगले महीने होने वाले चुनावों के लिए 230 में से 228 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इस लिस्ट में बीजेपी के कई मौजूदा विधायकों को टिकट से वंचित कर दिया गया है। बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रिश्तेदार अनूप मिश्रा (Anoop Mishra) का ग्वालियर दक्षिण सीट से टिकट कट गया है। इसके अलावा इंदौर-3 सीट से मौजूदा विधायक आकाश विजयवर्गीय को टिकट नहीं दिया गया है।
आकाश BJP के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं। कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 सीट से चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी ने इंदौर -3 सीट से आकाश विजयवर्गीय की जगह राकेश गोलू शुक्ला को मैदान में उतारा है। ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से अपने नेता को टिकट नहीं दिए जाने के बाद पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक अनूप मिश्रा के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि अनूप मिश्रा पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे हैं। पार्टी ने इस सीट से नारायण सिंह कुशवाह को मैदान में उतारा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, समर्थक ने कहा, "पार्टी ने ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट से नारायण सिंह कुशवाह को टिकट दिया है। जबकि मिश्रा एक वरिष्ठ नेता हैं और बीजेपी की राजनीति की लंबी पृष्ठभूमि से आते हैं। हमें पूरी उम्मीद थी कि मिश्रा जी को इस सीट से टिकट मिलेगा। हम सभी सीएम शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी का विरोध करते हैं और इसका असर चुनाव के नतीजों में दिखेगा।'' इस दौरान समर्थकों ने सीएम चौहान और बीजेपी सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए।
अनूप मिश्रा ने कहा कि यह पार्टी का फैसला है। वह पार्टी के साथ हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि समर्थकों का गुस्सा स्वाभाविक है। अनूप मिश्रा ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का गुस्सा 17 नवंबर के चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। मिश्रा ने पीटीआई से कहा, "अगर पार्टी कार्यकर्ता BJP के पक्ष में प्रचार करते हैं तो इससे पार्टी को मदद मिलेगी।" उन्होंने जोर देकर कहा कि वह पार्टी के एक प्रतिबद्ध सिपाही हैं।
इस बीच, न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए सीट से बीजेपी उम्मीदवार नारायण सिंह कुशवाह ने कहा, "मैं पहले भी ग्वालियर दक्षिण सीट से विधायक था और लगातार विकास कार्य किए गए थे। 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान मैं किसी कारण से केवल 121 वोटों से हार गया था लेकिन विकास का काम न रुका था और न आगे भी रुकेगा।"
केंद्रीय मंत्री के सामने प्रदर्शन
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जारी उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट में नाम नहीं होने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट पाने के अकांक्षी उम्मीदवारों के समर्थकों ने शनिवार शाम जबलपुर में पार्टी कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के सामने हंगामा किया। SP ए.पी. सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के अंगरक्षकों की शिकायत के आधार पर लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन में बाधा डालने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में भीड़ को मध्य प्रदेश BJP चुनाव अभियान समिति के प्रभारी भूपेंद्र यादव के आसपास धक्का-मुक्की करते देखा जा सकता है। जबकि एक सुरक्षाकर्मी मंत्री की सुरक्षा करने की कोशिश करता दिख रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को सुरक्षा गार्ड की वर्दी पहने एक व्यक्ति पर प्रहार करते भी देखा गया, जिसने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए रिवॉल्वर निकालने की कोशिश की।
BJP के 92 उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट जारी होने के तुरंत बाद पार्टी कार्यालय में बीजेपी कार्यकर्ताओं की यादव और राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ तीखी नोकझोंक हुई। BJP के जिला अध्यक्ष (जबलपुर) प्रभात साहू से जब इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जब विरोध-प्रदर्शन किया गया तब पार्टी के वरिष्ठ नेता कार्यालय में मौजूद थे और फैसला उन्हें ही करना है।
पीटीआई के मुताबिक, जबलपुर उत्तर से अभिलाष पांडे को टिकट देने की घोषणा के बाद BJP कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया क्योंकि स्थानीय नेता उन्हें बाहरी मानते हैं। BJP सूत्रों और नेताओं के मुताबिक, इसी तरह की घटनाएं अन्य जगहों पर भी हुईं। अन्य निर्वाचन क्षेत्रों से BJP के टिकट से वंचित कुछ नेताओं के समर्थकों ने भी प्रदर्शन किया। ग्वालियर में पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के समर्थकों ने बारादरी क्षेत्र में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।