Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में राम मंदिर की एंट्री हो चुकी है। दरअसल, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव (MP Election 2023) से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रचार के लिए राजधानी भोपाल और इंदौर में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के होर्डिंग्स लगाए गए हैं। कांग्रेस ने पोस्टरों में राम मंदिर की तस्वीरों का उपयोग करने के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस ने इन होर्डिंग्स पर कड़ी आपत्ति जताई है। पोस्टरों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।
बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार
BJP का कहना है कि राम मंदिर वाले होर्डिंग्स नहीं हटाए जाएंगे, लेकिन कांग्रेस बताए कि राम मंदिर पर उसका दृष्टिकोण क्या है। होर्डिंग्स पर लिखा है- "भव्य राम मंदिर बनकर हो रहा तैयार, फिर इस बार भाजपा सरकार..।" कांग्रेस ने 28 अक्टूबर को चुनाव आयोग से शिकायत की कि बीजेपी वोट खींचने के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रही है।
कांग्रेस द्वारा पोस्टरों में राम मंदिर की तस्वीरों का उपयोग करने के लिए बीजेपी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करने के एक दिन बाद भगवा पार्टी ने पलटवार करते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस को 'राम' शब्द से कोई समस्या है?
शिवराज पर कांग्रेस पर हमला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि भगवान राम के मंदिर की तस्वीरें और होर्डिंग्स लगाए जा रहे हैं। उन्हें हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह कभी भगवान राम को काल्पनिक बताते हैं। लेकिन यह देश भगवान राम के बिना नहीं चल सकता। सीएम ने आगे कहा, ''कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि भगवान राम के मंदिर की तस्वीरें और होर्डिंग्स लगाए जा रहे हैं और उन्हें हटाया जाना चाहिए। कभी भगवान राम को काल्पनिक बताते हैं। यह देश भगवान राम के बिना नहीं चल सकता। अब हम जानते हैं कि तारीख 22 जनवरी है। एक भव्य और स्वर्गीय राम मंदिर बनकर तैयार है। 'प्राण प्रतिष्ठा' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाएगी।"
राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शुधांगशु त्रिवेदी ने कहा, ''मैं कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि उन्हें राम शब्द से आपत्ति है या मंदिर शब्द से... अगर राम पर आपत्ति है तो महात्मा गांधी की समाधि पर ये शब्द लिखा है। रघुपति राघव राजा राम उनका प्रिय भजन था और राम राज्य उनका आदर्श था। क्या ये सब सांप्रदायिक है? और अगर मंदिर शब्द पर आपत्ति है तो चुनावी मौसम में कांग्रेस के नेता ही सबसे ज्यादा मंदिरों में जा रहे हैं और फोटो खिंचवा रहे हैं।"
चौहान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह एक अच्छे हिंदू हैं और उन्होंने राम मंदिर के लिए सीएम चौहान से अधिक धन दान किया है। सिंह ने कहा, "मैं सनातन धर्म का पालन करता हूं और एक अच्छा हिंदू हूं। लेकिन चुनाव में धर्म का इस्तेमाल वर्जित है। राम मंदिर के निर्माण के लिए शिवराज सिंह चौहान ने 1 लाख रुपये दिए, जबकि मैंने 1.11 लाख रुपये का दान दिया। मैंने ट्रस्ट को जमा करने के लिए चेक पीएम मोदी को भेज दिया है। उन्होंने इसे वापस कर दिया और मुझसे इसे स्वयं जमा करने के लिए कहा। मैंने ट्रस्ट को चेक सौंप दिया"।
इससे पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने पूछा था, ''क्या राम मंदिर बीजेपी का मंदिर है?'' यह इस देश के हर व्यक्ति का मंदिर है। यह सनातन धर्म की एक महान प्रतिकृति है और मुझे खुशी है कि राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।" चुनाव आयोग से शिकायत के बाद बीजेपी ने हमला तेज कर दिया है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''अयोध्या में राम मंदिर प्रदेश की 9 करोड़ जनता की आस्था और विश्वास है। फिर भी वे उन पोस्टरों से आहत हैं।"