दशहरे के दिन शिंदे और ठाकरे के बीच चले बयानों के बाण, CM ने AIMIM से की उद्धव की पार्टी की तुलना
मुंबई के आजाद मैदान मैदान में अपने संबोधन के दौरान शिंदे ने तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए शिवसेना (यूबीटी) की तुलना असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) से की। छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने की घटना का जिक्र करते हुए, ठाकरे ने कहा, "उन्होंने (महायुति सरकार ने) केवल वोटों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनवाई और वह मूर्ति ढह गई
दशहरे के दिन एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच चले बयानों के बाण
मुंबई में शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच विजयादशमी का बड़ा मुकाबला देखने को मिला। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखें जल्द ही घोषित होने वाली हैं, ऐसे में दोनों विरोधी शिवसेना नेता एक-दूसरे के साथ जुबानी जंग में लग गए हैं। अपने 2022 के विद्रोह को याद करते हुए, शिंदे ने कहा, "हमने शिवसेना को उन लोगों से मुक्त कर दिया, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे के आदर्शों को धोखा दिया।" इस विद्रोह के कारण शिवसेना के दो हिस्से हो गए और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा।
ANI ने CM शिंदे के हवाले से कहा, “पहले सभी ने सोचा था कि शिंदे सरकार 2-3 महीने में गिर जाएगी, लेकिन सरकार ने 2 साल पूरे कर लिए। अगर (महा विकास अघाड़ी) सरकार को नहीं हटाया गया होता, तो महाराष्ट्र बहुत पीछे रह गया होता।"
मुंबई के आजाद मैदान मैदान में अपने संबोधन के दौरान शिंदे ने तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए शिवसेना (यूबीटी) की तुलना असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) से की।
मुख्यमंत्री ने कहा, "महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की लोकसभा चुनाव में सफलता आकस्मिक थी, स्थायी नहीं। लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने सेना (यूबीटी) के खिलाफ सीधी लड़ाई में 7 सीटें जीतीं, जिससे वे छह निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित रह गईं। यह सफलता दिखाती है कि हम असली शिव सेना हैं।"
धारावी प्रोजेक्ट पर उद्धव Vs शिंदे
अपनी रैली के दौरान शिंदे ने धारावी पुनर्वास परियोजना का बचाव किया। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने धारावी प्रोजेक्ट शुरू किया और मैं धारावी के लोगों को बताना चाहता हूं कि विपक्ष चाहे कुछ भी कहे, हमारी सरकार आपको अच्छे घर देने जा रही है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले बाबू (उद्धव ठाकरे) उठते थे, नहाते थे और फेसबुक पर लाइव होते थे। लोगों को बाबू का नेतृत्व कभी पसंद नहीं आया, इसलिए लोगों ने उनकी सरकार गिरा दी। महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनने जा रही है। मैं मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए प्रधान मंत्री को धन्यवाद देता हूं।”
उद्धव ठाकरे का पलटवार
वहीं दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा, "मैं सिर्फ अपने लिए नहीं लड़ रहा हूं, मैं आप सभी के लिए लड़ रहा हूं। उन्होंने धारावी को अडानी को बेच दिया और धारावी के लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मैं आप सभी को आश्वासन देता हूं और वादा करता हूं कि जब हम सत्ता में आएंगे। धारावी में अडानी के इस प्रोजेक्ट को रद्द कर देंगे।”
पूर्व CM ने कहा, “मैं CJI से कहना चाहता हूं कि अगर आप इतिहास बनाना चाहते हैं, तो सही फैसला दें। आप केवल बोल रहे हैं, कोई निर्णय नहीं दे रहे हैं। आप नरेंद्र मोदी के साथ आरती करें तो ठीक है, लेकिन अगर आप कोई फैसला नहीं देंगे तो न्यायपालिका से सबका भरोसा उठ जाएगा। लोग केवल न्यायपालिका और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।”
शिवाजी उनके लिए वोट बैंक, हमारे लिए भगवान: उद्धव
छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने की घटना का जिक्र करते हुए, ठाकरे ने कहा, "उन्होंने (महायुति सरकार ने) केवल वोटों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनवाई और वह मूर्ति ढह गई, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं और आपसे वादा करता हूं कि जब हम सत्ता में आएंगे, तो हम महाराष्ट्र के हर जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर बनाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज उनके लिए वोट बैंक हैं, लेकिन हमारे लिए वह भगवान हैं। मैं RSS प्रमुख मोहन भागवत का सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे उनके विचार पसंद नहीं हैं। वह कह रहे हैं कि हिंदुत्व को बचाने के लिए एक साथ आओ, आपने या मोदी ने पिछले 10 वर्षों में हिंदुत्व को क्यों नहीं बचाया?"