Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मध्य मुंबई की माहिम सीट से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में मध्य मुंबई की माहिम सीट पर राज्य में सत्तारूढ़ 'महायुति' के घटक दल शिवसेना, विपक्षी शिवसेना (UBT) और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली MNS के उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। MNS ने माहिम विधानसभा सीट से पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को मैदान में उतारा है। अमित पहली बार चुनाव लड़ेंगे। माहिम मुंबई की 36 विधानसभा सीट में से एक है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने माहिम से मौजूदा विधायक सदा सर्वणकर को उम्मीदवार बनाया है। जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) महेश सावंत को मैदान में उतारा है। राज ठाकरे और शिवसेना (UBT) अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे चचेरे भाई हैं। शिवसेना जून 2022 में दो गुटो में बंट गई थी क्योंकि शिंदे के नेतृत्व में कुछ विधायकों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी।
माहिम विधानसभा सीट 1990 से अविभाजित शिवसेना या MNS के पास रही है। साल 2009 में मनसे उम्मीदवार नितिन सरदेसाई ने माहिम से जीत हासिल की थी। आपको जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट पर एक ही चरण में 20 नवंबर को चुनाव होंगे। जबकि तीन दिन बाद यानी 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी।
अमित ठाकरे की उम्मीदवारी से 'महायुति' में कलह
अमित ठाकरे (Amit Thackeray) की वजह से सत्तारूढ़ 'महायुति' गठबंधन के भीतर कलह पैदा हो गई है। शिवसेना उम्मीदवार सदा सर्वणकर इस सीट से जीतते आ रहे हैं। बाल ठाकरे के कट्टर अनुयायी माने जाने वाले सदा सर्वणकर ने जून 2022 में उद्धव ठाकरे का नेतृत्व छोड़ दिया और एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने एक बार फिर सर्वणकर को माहिम से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। हालांकि, कहानी में एक मोड़ तब आया जब मनसे ने भी उसी सीट के लिए अमित ठाकरे को उम्मीदवार घोषित कर दी।
हालांकि मनसे महायुति का गठबंधन सहयोगी नहीं है, लेकिन शिवसेना उम्मीदवार उतारकर जूनियर ठाकरे के राजनीतिक पदार्पण को चुनौती नहीं देना चाहती। महायुति के सीट बंटवारे के अनुसार, माहिम सीट शिंदे की शिवसेना को सौंपी गई है। मुंबई बीजेपी प्रमुख आशीष शेलार ने एकनाथ शिंदे से सर्वणकर की उम्मीदवारी वापस लेने का आग्रह किया है।
बीजेपी के मनसे के प्रति नरम रुख है, क्योंकि लोकसभा चुनावों के दौरान राज ठाकरे ने "मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए" भगवा पार्टी को अपनी पार्टी के बिना शर्त समर्थन की घोषणा की थी। अब, बीजेपी न केवल एहसान वापस करना चाहती है, बल्कि आगामी चुनावों में मनसे से मौन समर्थन की भी उम्मीद कर रही है। हालांकि, सदा सर्वणकर की उम्मीदवारी बीजेपी के दृष्टिकोण से मेल नहीं खाती।
बताया जा रहा है कि बीजेपी के दबाव में एकनाथ शिंदे अपनी उम्मीदवारी वापस लेने को तैयार हैं, लेकिन सदा सर्वणकर इसके लिए तैयार नहीं हैं। सदा सर्वणकर के करीबी लोगों का दावा है कि उन्होंने उद्धव ठाकरे को छोड़कर शिंदे के साथ मिलकर पहले ही जोखिम उठा लिया है। हालांकि, अगर वह शिंदे के निर्देश पर चुनाव से बाहर हो जाते हैं, तो यह उनके राजनीतिक करियर को खतरे में डाल सकता है।