महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग होनी है। इससे पहले मंगलवार को विरार के विवांता होटल में BJP के राष्ट्रीय सचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगाते हुए बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने होटल में हंगामा कर दिया है। BJP और BVA कार्यकर्ता आपस में भिड़े और पुलिस ने होटल को सील कर दिया। विधायक क्षितिज ठाकुर मौके पर मौजूद थे और तनाव काफी बढ़ गया था। BVA के कार्यकर्ताओं ने तावड़े को घेर लिया और उन्हीं के सामने रखे पैसों के थैले खाली कर दिए।
इसके बाद दोनों तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली थी, लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया। इस मामले में पुलिस मौके पर पहुंची। उसने बताया कि असल में ये पूरा मामला क्या है और होटल के कमरे में कितने पैसे मिले और उसने क्या कार्रवाई की...
दरअसल BJP के राष्ट्रीय सचिव विनोद तावड़े विरार पूर्व के मनवेलपाड़ा में विवांता होटल पहुंचे। बहुजन विकास अघाडी ने आरोप लगाया कि वे होटलों में महिलाओं को पैसे बांट रहे थे। यह खबर फैल गई और कार्यकर्ता होटलों में इकट्ठा होने लगे।
BVA कार्यकर्ता होटल में घुस गए और बहस शुरू हो गई। कुछ ही देर में विधायक क्षितिज ठाकुर भी होटल आ गए और होटल में मिले पैसों के पैकेट विनोद तावड़े को दिखाए।
इसी दौरान BJP और BVA कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। तनाव बढ़ने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हालात बेकाबू होता देख और फोर्स बुलानी पड़ी।
फिलहाल पुलिस ने होटल को सील कर दिया है। इस मौके पर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी थी। अब DCP पूर्णिमा चौगुले ने इस पूरे मामले पर अहम जानकारी दी है।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए वसई जोन- II की पुलिस उपायुक्त पूर्णिमा चौगुले ने कहा, "यहां अलग-अलग फ्लोर पर बीजेपी और बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ता मौजूद थे। यहां से कुछ धनराशि और कुछ डायरियां बरामद हुई हैं। हमने दो FIR दर्ज की हैं और तीसरी FIR भी अवैध तरीके से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने को लेकर दर्ज की जा रही है। स्थिति नियंत्रण में है।"
उन्होंने विस्तार से बताया, "करीब 12.30 बजे हमें पता चला कि कुछ बीजेपी कार्यकर्ता विवांता होटल पहुंचते और इस जगह पर विवाद हो गया था, जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे। करीब सात-आठ मिनट बाद और पुलिस बुलाई गई। होटल के टॉप फ्लोर पर बीजेपी और BVA के लोग थे। जब हमने होटल के कमरों की चेकिंग की, तो हमें कुछ पैसे और डायरियां मिलीं।"
DCP ने आगे कहा, "इस मामले में हमने तुलिंज पुलिस स्टेशन में दो मामले दर्ज कराए हैं। साथ ही हम तीसरी FIR भी दर्ज कर रहे हैं। इस जगह पर जमकर नारेबाजी हुई, लेकिन कोई झगड़ा या कुछ और नहीं हुआ। पुलिस को सूचना मिली तो पांच से दस मिनट के अंदर पुलिस वहां पहुंच गई, जो पैसे और डायरियां मिलीं, उन्हें हमने जब्त कर लिया है। आगे की जांच चल रही है।"
घटना के बाद विनोद तावड़े कार में अकेले बैठे रहे, लेकिन फिर वह अपनी कार से निकले और हितेंद्र ठाकुर की गाड़ी में बैठ गए। इस गाड़ी में क्षितिज ठाकुर ड्राइवर की सीट पर बैठे थे, जबकि हितेंद्र ठाकुर उनके बगल में और विनोद तावड़े पिछली सीट पर बैठे थे। मीडिया ने उनसे उनकी गाड़ी बदलने के बारे में सवाल करने की कोशिश की। हालांकि, उन्होंने मीडिया पूरा बयान नहीं दिया।