राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान सोमवार को खत्म हो गया और मतदान बुधवार को होगा। इस बार ये चुनाव काफी हिंसक होता दिखा, जहां एक दिन पहले राज्य के पूर्व गृह मंत्री और शरद पवार की NCP के नेता अनिल देशमुख के काफिले पर पथराव हुआ, तो वहीं मंगलवार को शरद गुट के एक और नेता चंद्रकांत टिंगरे पर आज दोपहर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। इस चुनाव प्रचार के दौरान पुणे का वडगांवशेरी विधानसभा क्षेत्र चर्चा में रहा। सबने देखा कि इसी विधानसभा क्षेत्र से अजित पवार गुट के मौजूदा विधायक सुनील तिंगरे और शरद पवार गुट के पूर्व विधायक बापूसाहेब पठारे ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए।
इस बीच, छह दिन पहले अजित पवार गुट के नेता चंद्रकांत टिंगरे और पूर्व नगरसेविका रेखा टिंगरे ने महा विकास अघाडी के शरद पवार गुट के उम्मीदवार बापूसाहेब पठारे को समर्थन देने का फैसला किया था। चंद्रकांत टिंगरे और रेखा टिंगरे के शरद पवार गुट में शामिल होने को महायुति के लिए झटका माना जा रहा है।
चंद्रकांत टिंगरे को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की जानकारी जैसे ही बापूसाहेब पठारे और महा विकास अघाडी के नेताओं को मिली, तो उन्होंने चंद्रकांत टिंगरे से अस्पताल जाकर मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। पुलिस इन हमलावरों की जांच कर रही है।
इस घटना के बाद बापूसाहेब पठारे ने कहा कि चुनाव मतदान के लिए कुछ घंटे बचे हैं। वडगांवशेरी क्षेत्र के एक महत्वपूर्ण नेता और कार्यकर्ताओं पर हमला बेहद निंदनीय है। विचारों की लड़ाई विचारों से लड़नी चाहिए। अगर कोई हिंसा की धमकी देगा, तो उनके इरादे सफल नहीं होंगे। यह साधु-संतों की भूमि है।
उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा का निडर होकर विरोध किया जाएगा और हमलावरों को लोकतांत्रिक तरीकों से सबक सिखाया जाएगा।