Maharashtra Chunav: बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने खड़गे, राहुल गांधी को भेजा 100 करोड़ रुपए का मानहानि नोटिस, कैश बांटने से जुड़ा है मामला
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: नोट के बदले वोट विवाद ने महाराष्ट्र में वोटिंग से ठीक पहले एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) प्रमुख हितेंद्र ठाकुर ने तावड़े पर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करने में कैश बांटने का आरोप लगाया
Maharashtra Chunav: बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने खड़गे, राहुल गांधी को भेजा 100 करोड़ रुपए का मानहानि नोटिस
भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता विनोद तावड़े ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और सुप्रिया श्रीनेत को 100 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस भेजा। तावड़े ने ये नोटिस उन आरोपों के बाद भेजा है, जिसमें उन पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की वोटिंग से पहले होटल में पैसे बांटने का आरोप लगाया था। इन आरोपों को उन्होंने और उनकी पार्टी दोनों ने ही खारिज कर दिया था। नोट के बदले वोट विवाद ने महाराष्ट्र में वोटिंग से ठीक पहले एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) प्रमुख हितेंद्र ठाकुर ने तावड़े पर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करने में कैश बांटने का आरोप लगाया।
उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, “खड़गे, गांधी और श्रीनेत ने कहा कि विनोद तावड़े को 5 करोड़ रुपए के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया था, जिसे वह मतदाताओं को बांट रहे थे। वे सिर्फ मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करना चाहते थे। मुझे गंभीर चोट लगी हैं। मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से आता हूं। पिछले 40 सालों से मैं राजनीति में हूं, मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं किया। कांग्रेस नेता मुझे, पार्टी और मेरे नेताओं को बदनाम करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने जानबूझकर ये झूठ मीडिया और लोगों को बताया। इसलिए मैंने उन्हें अदालत का नोटिस जारी किया है कि वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगें या कार्रवाई का सामना करें।"
24 घंटे के भीतर बिना शर्त माफी की मांग
अपने नोटिस में, तावड़े ने कांग्रेस नेताओं पर "पार्टी और खुद की छवि को नुकसान पहुंचाने के इरादे से" पैसा बांटने के झूठे और निराधार आरोप लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने इन आरोपों को लगाने से पहले तथ्यों की जांच नहीं करने के लिए भी उनकी आलोचना की।
उन्होंने इन आरोपों को लगाने से पहले तथ्यों की जांच नहीं करने और कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों को निभाने में विफल रहने के लिए भी उनकी आलोचना की।
नोटिस में कहा गया है, ''आप सभी की ओर से लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से झूठे, आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण हैं।" इसमें कहा गया कि तावड़े ऐसी किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं थे और एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के एक जिम्मेदार पदाधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों के बारे में जानते थे।
तावड़े ने 24 घंटे के भीतर गांधी, खड़गे और श्रीनेत से बिना शर्त माफी की मांग की, ऐसा नहीं करने पर आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी।
खड़गे और राहुल गांधी ने क्या कहा?
दरअसल जैसे ही ये विवाद बढ़ा, राहुल गांधी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भगवा पार्टी पर कटाक्ष करने लगे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल ने X पर एक पोस्ट में कहा, “मोदीजी, ये 5 करोड़ किसके SAFE से आए? किसने जनता का पैसा लूटा और आपको टेम्पो में भेजा?"
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पीएम मोदी पर धनबल और बाहुबल के जरिए महाराष्ट्र को 'सुरक्षित' बनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने X पर कहा, "एक तरफ राज्य के पूर्व गृह मंत्री पर जानलेवा हमला होता है, दूसरी तरफ बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता को 5 करोड़ रुपए कैश के साथ रंगे हाथों पकड़ा जाता है।"
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत भी शामिल हो गईं और उन्होंने BJP, उसके सहयोगियों और "महाझूठी सरकार" पर मतदाताओं को लुभाने के लिए सत्ता और संसाधनों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
क्या था कैश-फॉर-वोट मामला?
BVA नेता हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले पालघर जिले के विरार में विवांता होटल में बीजेपी नेता विनोद तावड़े को वोटर्स को कैश बांटते हुए पकड़ा गया। इन आरोपों पर कई राजनीतिक दलों की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई और खूब हंगामा भी मचा।
ठाकुर ने कहा, “कुछ बीजेपी नेताओं ने मुझे बताया कि बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए 5 करोड़ रुपए बांटने के लिए विरार आ रहे हैं। मैंने सोचा था कि उनके जैसा राष्ट्रीय नेता इतना छोटा काम नहीं करेग, लेकिन मैंने उन्हें यहां देखा। मैं चुनाव आयोग से उनके और भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।"
तावड़े की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर BVA कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के बीच चुनाव आयोग ने उस होटल से कुल 9,53,900 रुपए कैश जब्त किए। जिस होटल में तावड़े ठहरे थे उसे सील कर दिया गया। पुलिस ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन, कथित कैश-फॉर-वोट घोटाले और BVA और BJP की ओर से अवैध प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर तुलिंज पुलिस स्टेशन में अब तक तीन FIR दर्ज की गई हैं।