महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के ज्यादातर एग्जिट पोल में महायुति के पक्ष में ही नतीजे आने का अनुमान जताया गया है। 20 नवंबर को एक चरण में महाराष्ट्र में मतदान हुआ। चुनाव आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र में 65.11% मतदान हुआ। ठाणे जिले में 56.05 प्रतिशत वोटिंग हुई। इसी जिले की कोपरी पाचपखाड़ी विधानसभा सीट, राज्य की हॉट सीट में शामिल है, क्योंकि ये मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गढ़ है, क्योंकि इस विधानसभा के बनने से लेकर अब तक शिंदे ही यहां से जीतते आए हैं। कोपरी पाचपखाड़ी में 59.85 फीसदी मतदान हुआ। चलिए जानते यहां इस बार कैसी लड़ाई है।
आगे बढ़ने से पहले इस विधानसभा के बारे में जान लेते हैं। कोपरी-पाचपखाड़ी महाराष्ट्र विधानसभा का 147वां विधानसभा क्षेत्र है, जो पश्चिमी भारत के ठाणे जिले में स्थित है। 2008 में ये विधानसभा अस्तित्व में आई। कोपरी-पाचपखाड़ी ठाणे लोकसभा का हिस्सा है, जिसमें पांच और विधानसभा क्षेत्र भी शामिल हैं: मीरा भयंदर, ओवला-माजीवाड़ा, ठाणे, ऐरोली और बेलापुर।
कोपरी-पाचपखाड़ी में पिछले चुनाव के नतीजे
2008 में अस्तित्व में आने के बाद, 2009 में कोपरी-पाचपखाड़ी विधानसभा क्षेत्र में पहला चुनाव हुआ, तब कुल 318060 मतदाता थे। कुल वैध वोटों की संख्या 162037 थी। इस सीट से शिवसेना उम्मीदवार एकनाथ संभाजी शिंदे जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 73502 वोट मिले। कांग्रेस के उम्मीदवार शिंदे मनोज तुकाराम कुल 40726 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। वे 32776 वोटों से हार गए।
2014 में, कोपरी-पाचपखाड़ी विधान सभा क्षेत्र में कुल 347497 मतदाता थे। कुल वैध वोटों की संख्या 184598 थी। इस सीट से एक बार फिर शिवसेना उम्मीदवार एकनाथ संभाजी शिंदे जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 100316 वोट हासिल हुए। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एडवोकेट संदीप लेले कुल 48447 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। वे 51869 वोटों से हार गए।
वहीं 2019 में भी इस सीट एकनाथ शिंदे ने शानदारी जीत दर्ज की। इस सीट से शिवसेना उम्मीदवार एकनाथ संभाजी शिंदे जीतकर विधायक बने। उन्हें कुल 113497 वोट मिले। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार घाडीगांवकर संजय पांडुरंग कुल 24197 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वह 89300 वोटों से हार गए।
इस बार माहौल एकदम अलग है, क्योंकि शिवसेना अब दो हिस्सों में बंट चुकी है, जिसमें एक धड़े का नेतृत्व खुद एकनाथ शिंदे ही कर रहे हैं। जबकि दूसरा उद्धव ठाकरे का है।
पिछले दिनों शिवसेना, कांग्रेस और MNS के बीच तिहरी लड़ाई देखने को मिली थी, लेकिन, शिंदे ने एकतरफा जीत हासिल की थी। अब शिंदे के सामने उद्धव सेना की ओर से 'दिघे कार्ड' खेला जा रहा है। यहां से आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को उद्धव सेना ने मैदान में उतारा है।
आनंद दिघे वो शख्स हैं, जिन्हें एकनाथ शिंदे अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं और अपने पहनावे और लुक में भी उन्हें ही कॉपी करते हैं। इसलिए कोपरी पाचपखाड़ी की लड़ाई बड़ी ही मजेदार हो गई है।