Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे राज्य विधानसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने जा रहे हैं। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे की मौजूदगी में सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीलेश राणे और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने रविवार देर एकनाथ शिंदे से उनके आधिकारिक आवास पर करीब 30 मिनट तक मुलाकात की। वह विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि नीलेश राणे आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में कुडाळ मालवण निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना के बैनर तले चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, बुधवार यानी 23 अक्टूबर को नीलेश राणे के शिवसेना में औपचारिक रूप से शामिल होने की उम्मीद है। बता दें कि शिवसेना (UBT) से कांग्रेस में होते हुए बीजेपी में पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे हाल ही में सिंधुदुर्ग से लोकसभा का चुनाव जीते हैं।
बीजेपी से की थी टिकट की मांग
शिंदे से मिलने से पहले नारायण राणे ने विधानसभा चुनाव में अपने बेटे के टिकट पर चर्चा करने के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात की थी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले नारायण ने कहा कि समय की मांग है कि आत्मचिंतन किया जाए कि राज्य में बिखरा राजनीतिक परिदृश्य लोगों के कल्याण और उनके हितों के अनुकूल है या नहीं।
बीजेपी नेता राणे ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि विचारधारा और यहां तक कि निर्वाचन क्षेत्र में बार-बार बदलाव से राज्य की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है और राजकोषीय घाटा बढ़ रहा है।
राणे का मानना है कि सत्तारूढ़ महायुति (जिसमें बीजेपी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है) को केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के मजबूत नेतृत्व के कारण 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में बढ़त हासिल है।
टिकट नहीं मिलने से नाराज!
महायुति गठबंधन में सीट बंटवारे के फॉर्मूले के अनुसार, यह निर्वाचन क्षेत्र शिवसेना के पास है। इसलिए कुडाळ मालवण से चुनाव लड़ने के लिए नीलेश को बीजेपी से शिवसेना में जाना होगा। कुडाळ मालवण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व वर्तमान में शिवसेना (UBT) के वैभव नाइक कर रहे हैं। वे राणे के कट्टर प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं। नीलेश राणे के उनके साथ आने की संभावना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिंदे गुट के वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत करने की इच्छा व्यक्त की है।
पार्टी में स्वागत की तैयारी
महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल ने कहा, "अगर नीलेश राणे वाकई हमारी शिवसेना में शामिल हो रहे हैं, तो हम निश्चित रूप से उनका स्वागत करेंगे। हम हमेशा बीजेपी से आने वालों के लिए खुले हैं।" इसी तरह, मंत्री उदय सामंत ने कहा, "अगर नीलेश राणे हमारे साथ आते हैं, तो हम उनके पीछे मजबूती से खड़े रहेंगे, इस प्रक्रिया में शिवसेना को मजबूत करेंगे।"
नीलेश राणे पहले कांग्रेस में थे। वह 2009 से 2014 तक रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग निर्वाचन क्षेत्र से सांसद थे। फिर वह 2014 में बीजेपी में शामिल हो गए। वह 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव हार गए थे। राणे के छोटे भाई नितेश राणे महाराष्ट्र के कंकवली से विधायक हैं। नीलेश राणे ने पिछले साल राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी थी।