महाराष्ट्र के चंद्रापुर में शुक्रवार सुबह एक बड़ी ही अनोखी घटना घटी। सुबह होते ही शहर की सभी मेन रोड, रास्तों, गली और पार्क में 200 रुपए के नोटों की बारिश होने लगी। जब हर जगह करीब पांच से सात करोड़ रुपए के ये नोट मिले, तो लोग भी हैरान रह गए। इससे हर तरफ कौतूहल और चर्चा का माहौल बन गया। लेकिन ये बच्चों के खेलने के नोट्स निकले, जिसमें एक नोट तो दूसरी तरफ एक मैसेज लिखा था- '200 यूनिट का वादा पुराना धोखा नया' लिखा हुआ था।
इन नोटों का मामला शहर में हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है। चंद्रपुर शहर में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी में शुक्रवार 15 नवंबर की सुबह लोगों को इसी तरह के नोट मिले।
कई लोग तो पहले सड़क से ऐसे गुजर गए, लेकिन जब उनका ध्यान गया, तो वापस मुड़कर सड़कों पर बिखरे 200 रुपए के नोटों को उठाया। हालांकि, जब उन्होंने नोट पलट कर दूसरे तरफ देखा, तो पता चला ये डमी और बच्चों के खेलने वाले नोट हैं।
दिलचस्प बात यह है कि ये नोट शहर में कई जगहों पर इस तरह बिखरे हुए थे कि लोगों को लगा कि ये असली नोट हैं, लेकिन इन नोटों के दूसरे पहलू को देखने पर पता चला कि ये एक प्रचार रणनीति थी।
विधानसभा चुनाव में जहां सभी उम्मीदवारों का प्रचार जोरों पर चल रहा है, वहीं इस तरह प्रचार के बाद सभी की नजर BJP और महायुति उम्मीदवार विधायक किशोर जोरगेवार पड़ी। हालांकि, अधिकारिक तौर ये पता नहीं चल पाया कि ये किसने किया।
शुक्रवार, 15 नवंबर को शहर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सार्वजनिक बैठक से पहले इन नोटों की बारिश हुई, जिसमें जाहिर तौर पर आम आदमी पार्टी के 200 यूनिट फ्री बिजली के वादे पर निशाना साधा गया।
शहर की कई अलग-अलग जगहों से मिले 200 रुपए के इन डमी नोटों के पीछे '200 यूनिट मुफ्त देने का वादा पुराना, लेकिन खतरा नया' जैसे नारे लिखे हुए थे।
इन नोटों की बरामदगी से यह साफ है कि किसी ने चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में एक विशेष पार्टी के उम्मीदवार को निशाना बनाते हुए आधी रात में पूरे शहर में ये नोट बिखेरे हैं।
शहर में मिल रहे इस तरह के नोटों ने एक ओर जहां जिले के राजनीतिक तबके में हलचल मचा दी है, वहीं दूसरी ओर आम मतदाताओं के बीच नोटों की यह बारिश चर्चा का विषय बन गई है।
शहर के हर नागरिक और मतदाता के हाथ में ये नोट नजर आ रहे हैं। ये नोट न सिर्फ शहर की मुख्य सड़कों पर बल्कि भोर के आसपास की झुग्गियों में भी पाए गए हैं।