कुछ दिनों पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) के नेता और पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने कहा था, "विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद यह कहना संभव नहीं है कि कौन किसके साथ होगा।" अब मतदान खत्म होने के बाद नतीजों के बाद क्या तस्वीर होगी? चर्चा शुरू हो गई है। इस मौके पर शिंदे गुट के नेता और प्रवक्ता संजय शिरसाट से भी कुछ ऐसा ही सवाल पूछा गया। इसका जवाब देते हुए संजय शिरसाट ने सीधे तौर पर इस संभावना से इनकार नहीं किया।
दरअसल एक टीवी चैनल के पत्रकार ने संजय शिरसाट से पूछा अगर विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया गया और उन्हें गौण भूमिका निभानी पड़ी तो क्या होगा? इस पर उन्होंने कहा, इस पर फैसला एकनाथ शिंदे लेंगे।
वहीं जब उनसे ये पूछा गया कि नतीजों के बाद क्या एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद के लिए शरद पवार के साथ जा सकते हैं? तब संजय शिरसाट ने इससे साफ इनकार नहीं किया और कहा शिंदे जो भी फैसला लेंगे, हम उनके साथ जाएंगे।
इस बार विधायक ऊटी जाएंगे या गुवाहाटी?
2022 में सत्ता गिरने के दौरान शिवसेना शिंदे गुट के विधायक सूरत, गुवाहाटी और गोवा चले गए, तो इस बार चुनाव के बाद ऊटी या गुवाहाटी? ये सवाल भी संजय शिरसाट से पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि हमें ऊटी या गुवाहाटी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हम सब मुंबई जाएंगे और मुंबई में रहेंगे। विधायकों का ग्रुप लीडर चुनने के लिए सभी विधायकों को एक साथ रखना होगा। इसके लिए आपको सिर्फ एक बार होटल सर्च करना होगा।
निर्दलीय विधायकों के लिए हेलीकॉप्टर, विमान पहले से ही बुक
ऐसी संभावना है कि इस बार के चुनाव में निर्दलियों की संख्या बड़ी हो सकती है। नतीजे के तुरंत बाद उन्हें मुंबई लाना होगा। इसके लिए हेलीकॉप्टर और विमान बुक करने की चर्चा पर संजय शिरसाट ने कहा, "महागठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलेगा, लेकिन आखिरी वक्त पर कोई जोखिम न उठाना पड़े इसके लिए कुछ सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। निर्दलियों तक पहुंचना नियमित राजनीति का हिस्सा है। इसकी जानकारी निर्दलीयों को भी है।"