महाराष्ट्र में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ और शाम को आए एग्जिट पोल में महायुति के सत्ता में वापसी के अनुमान लगाए गए। हालांकि, कांग्रेस को विदर्भ में बड़ी जीत का भरोसा है। कांग्रेस को यहां 62 में से 35 से 40 सीटें मिलने की उम्मीद है। इसलिए वोटिंग खत्म होते ही पार्टी ने अपनी प्लानिंग शुरू कर दी। मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के बाद कांग्रेस का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है। नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार को पूर्वी विदर्भ में विधायक को मैनेज करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मीडिया रिपोर्ट् की मानें, तो कांग्रेस की ओर से विधायकों की खरीद फरोख्त को रोकने के लिए एहतियात बरती जा रही है। 23 नवंबर को नतीजे घोषित होते ही विधायकों को सुरक्षित जगह पर ले जाने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था की गई है। साथ ही, जिन निर्दलीय उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है, उनसे संपर्क में रहने की जिम्मेदारी भी विजय वडेट्टीवार को सौंपी गई है।
महाराष्ट्र Exit Polls के नतीजे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मतदान के तुरंत बाद 'Exit Polls' के नतीजे आने शुरू हो गए। लगभग सभी पोल्स ने महायुति की सत्ता में वापसी की भविष्यवाणी की। महाविकास अघाडी भी बहुमत से थोड़ी दूर नजर आ रही है। इसलिए नतीजे की असली तस्वीर वास्तविक नतीजे के बाद ही समझ में आ सकती है। हालांकि, कांग्रेस ने 'एग्जिट पोल' की तरफ से पार्टी-वार की गई भविष्यवाणियों के आधार पर तैयारी शुरू कर दी है।
लोकसभा और हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान अलग-अलग न्यूज चैनल और एजेंसियों के एग्जिट पोल गलत साबित हुए, जबकि दूसरे राज्य विधानसभा चुनावों में भी अलग-अलग संगठनों की भविष्यवाणियां मिली-जुली थीं।
BJP से कांग्रेसी विधायकों को खतरा!
कुछ एजेंसियों ने अनुमान लगाया है कि महायुति और महाविकास अघाडी के बीच ज्यादा अंतर नहीं रहेगा। मैदान में उतरी छह पार्टियों, छोटे दलों और बागियों से तस्वीर साफ नहीं हो रही है। हालांकि, कांग्रेस को विदर्भ में बड़ी जीत का भरोसा है।
लेकिन, बीजेपी की राजनीति की शैली अब जगजाहिर हो चुकी है। इसलिए कांग्रेस कोई जोखिम लेने को तैयार नहीं है। उसके लिए अभी से कदम उठाए जा रहे हैं। खबर है कि विधायकों को तुरंत सुरक्षित जगह पर ले जाने के लिए नागपुर में एक विशेष विमान तैयार रखा गया है, ताकि विधायकों के किसी भी तरह की खरीद फरोख्त के जोखिम से बचा जा सके।