विदर्भ की करीब 41 सीटों पर 2019 की तुलना में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है। ऐसे में इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि विदर्भ में बढ़े हुए मतदान प्रतिशत का फायदा किसे मिलेगा? दिलचस्प बात यह है कि 2019 में विदर्भ के 62 में से 50 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत 2014 की तुलना में कम हो गया। 2024 के चुनाव में मतदान का प्रतिशत 2019 की तुलना में बढ़ गया है। इसमें चिखली, मेहकर, जलगांव जामोद, अकोला पश्चिम, अकोला पूर्व, मुर्तिजापुर, धामनगांव रेलवे, बडनेरा, अमरावती, तिवासा, दरियापुर, मेलघाट, अचलपुर, मोर्शी, अरवी, देवली, हिंगनघाट, वर्धा, उमरेड, नागपुर दक्षिण पश्चिम, विदर्भ में नागपुर दक्षिण, नागपुर पूर्व, नागपुर मध्य, नागपुर पश्चिम, नागपुर उत्तर, कामठी, रामटेक, गोंदिया, निर्वाचन क्षेत्रों में अरमोरी, गढ़चिरौली, अहेरी, चंद्रपुर, बल्लारपुर, ब्रह्मपुरी, वरोरा, वाणी, रालेगांव, यवतमाल, अरनी, पुसाद, उमरखेड शामिल हैं।
हालांकि, इस साल विदर्भ का एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी चुनावी रैली की। इस सीट पर रिकॉर्ड 81 फीसदी मतदान हुआ है।
विदर्भ के लोगों ने वोटिंग में लिया बढ़चढ़ कर हिस्सा
इस बीच, विदर्भ की जिन 41 सीटों पर मतदान बढ़ा है, उनमें 30 सीटें ऐसी भी हैं, जहां न सिर्फ 2019 की तुलना में, बल्कि 2014 की तुलना में भी मतदान का प्रतिशत बढ़ा है। दिलचस्प बात यह है कि 2014 की तुलना में 2019 में विदर्भ में 50 से ज्यादा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत कम हो गया था, लेकिन इस साल विदर्भ में मतदाताओं की बड़ी संख्या के कारण 2019 की तुलना में 41 विधानसभाओं में मतदान प्रतिशत में इजाफा हुआ है।
विदर्भ में मलकापुर, बुलढाणा, सिंदखेड राजा, खामगांव, अकोट, बालापुर, रिसोड, वाशिम, करंजा, काटोल, सावनेर, हिंगना, तुमसर, भंडारा, साकोली, अर्जुनी मोरगांव, तिरोदा, आमगांव, राजुरा और दिग्रास विदर्भ के उन विधानसभा क्षेत्रों में से हैं, जहां 2019 की तुलना में मतदान प्रतिशत कम हुआ है।
इस साल चंद्रपुर जिले के चिमूर विधानसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिर राहुल गांधी ने भी सभा की थी। विदर्भ चिमूर सीट पर इस साल 81.95 फीसदी वोटिंग हुई है। विदर्भ के दूसरे विधानसभा क्षेत्रों की तुलना में यहां रिकॉर्ड मतदान हुआ है।
इससे नीचे ब्रम्हपुरी विधानसभा क्षेत्र में 80.54 फीसदी वोटिंग हुई। चिमुदार में लगभग 230,000 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह भी चर्चा है कि बड़े नेताओं की सभाओं से वोटिंग का प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन उत्सुकता इस बात की है कि वोटिंग बढ़ने से किसे फायदा होगा।